tag:blogger.com,1999:blog-2884095429375378267.post7293662527866741947..comments2023-09-03T03:32:57.985-07:00Comments on अविराम: सामग्री एवं सम्पादकीय पृष्ठ : फरवरी 2013उमेश महादोषीhttp://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2884095429375378267.post-54803987814812226962013-03-17T21:11:36.645-07:002013-03-17T21:11:36.645-07:00नित्यानंद गायेन जी की टिपण्णी --------
बहुत सुंदर ...नित्यानंद गायेन जी की टिपण्णी --------<br />बहुत सुंदर अंक . बहुत मेहनत की गई है . बहुत -बहुत साधुवाद पूरी टीम को . सादर <br />-नित्यानंद उमेश महादोषीhttps://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2884095429375378267.post-78448336087514600882013-03-12T08:40:13.515-07:002013-03-12T08:40:13.515-07:00डॉ नन्द लाल भारती की टिप्पणी
फरवरी 2013 माह की प...डॉ नन्द लाल भारती की टिप्पणी <br />फरवरी 2013 माह की पोस्ट के साथ अविराम के ब्लॉग का लिंक अवलोकनार्थ प्राप्त हुआ,महोदय साहित्यकार समय का पुत्र होता है,आप इस अमृत वचन को सिरोधार्य कर स्वार्थवादी युग में भी साहित्य के महायज्ञ को ज्ञान,धन और तन बल की आहुति देकर प्रज्वलित किये हुए है जिसके शब्द- अमृत मन को सकूं के साथ साहित्य को पोषित/ संरक्षित कर रहे है .आशा ही नहीं पूरा विश्वास है आप मनीषियों का स्नेह मिलाता रहेगा हम ह्रदय से आपके आभारी है ..<br />डॉ नन्द लाल भारती 1 2 .0 3.2 0 1 3 उमेश महादोषीhttps://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.com