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बुधवार, 6 जनवरी 2016

अविराम विस्तारित

अविराम  ब्लॉग संकलन :  वर्ष  : 5,   अंक  : 01-04,  सितम्बर-दिसम्बर  2015


।।हाइकु ।।

सामग्री :  इस अंक में श्री श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी एवं श्री ललित मावर के हाइकु।


श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी




{वरिष्ठ साहित्यकार श्री श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी जी का काव्य संग्रह ‘मले तमाखू-से गए’ कुछ ही माह पूर्व प्रकाशित हुआ है। इस संग्रह में त्रिवेदी जी की गज़ल, मुक्तक और दोहा रचनाओं के साथ 145 हाइकु भी संग्रहीत है। प्रस्तुत हैं इसी पुस्तक से त्रिवेदी साहब के कुछ प्रतिनिधि हाइकु।}

कुछ हाइकु

01.
अँधेरी रातें

भटकते ही काटीं,
पहुँचे कहाँ!!
02.
यम-से काले
गहरे होते जाते
युद्ध के घन।।
03.
अशांत मन
लड़खड़ाते पग
सहें कितना!!
04.
बढ़ते देखा
अँगड़ाये बबूल
पैनाये काँटे।।
05.
कमल खिले
छायाचित्र : आकाश अग्रवाल

सुंदरता को नये
आयाम मिले।
06.
मछली रानी
कितना इतराती
पाकर पानी।।
07.
धुनी कपास
छितरी आसपास
कोरे बादल।।
08.
शरद खिली
नभ से धरा तक
सब निर्मल।।
09.
काटी न कटे
कठिन सवाल-सी
पूस की रात।।
10.
अहं में चूर
खड़े सबसे दूर
ताड़-खजूर।।
11.
मिल ही जाते
जटायु-से सुहृद
अरण्य में भी।।
12.
जीने न देते
दण्डकारण्य में भी
सोने के मृग।।
13.
गाते अल्हैत
बरसते बादल
गरजें दोनों।
14.
तरु-लतायें
हिल-मिलकर ही
शोभा बढ़ायें।।
15.
मन के बौने
दिखने को विराट
उठाये झंडे

  • द्वीपान्तर, ला. ब. शास्त्री मार्ग, फतेहपुर-212601 / फोन : 05180-222828



ललित मावर



{कवि श्री ललित मावर जी के हाइकु संग्रह ‘आकाश गंगा’ का द्वितीय संस्करण वर्ष 2008 में प्रकाशित हुआ था। इसी संग्रह से प्रस्तुत हैं श्री मावर जी के कुछ प्रतिनिधि हाइकु।}


कुछ हाइकु 

01.
वासन्ती वन
ऋतुराज अहेरी

अहेर मन।
02.
टेसू दहके
पगलाया मौसम
बौर महके।
03.
नदी की बाढ़
यौवन का चढ़ाव
चढ़े पहाड़।
04.
जीवन-धारा
चढ़ता-उतरता
समय पारा।
05.
हवा तूफानी
रेतीला समन्दर
ऊँट जहाज।
06.
पानी में आग
बादल ही बादल
भागम भाग।
07.
रात कैकेयी
मुँह ढँके है पड़ी
माला बिखरी।
08.
फूल खिला  है
छायाचित्र : अभिशक्ति
माटी की तिजौरी से
कुछ मिला है।
09.
झरना कूदे
गाय के बछड़े-सा
आजाद पंछी।
10.
चाँद हँसिया
अँधेरे की धरती
सितारे उगे।
11.
बदली झरी
माटी महक भरी
तपन डरी।
12.
फूले पलाश
बहक गया मन
दहका वन।
13.
नदिया दौड़ी
बाँहें फैला सिन्धु ने
समेट लिया।
14.
गेहूँ की बाली
किसान की किस्मत
मुँह की लाली।
15.
मेघ गायक
मोर-मोरनी नाचें
वर्षा उत्सव।

  • 658, सुदामा नगर, नरेन्द्र तिवारी मार्ग के पीछे, इन्दौर-9 / फोन : 0731-2485860

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