रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
जन्म : 19 मार्च 1949, हरिपुर, सहारनपुर में।
शिक्षा : हिन्दी में स्नातकोत्तर एवं शिक्षा में स्नातक।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद हिमांशु जी कविता, हाइकु, तांका, चोका, लघुकथा, व्यंग्य, लघु उपन्यास, बाल साहित्य आदि तमाम विधाओं मे लिखते हैं, लेकिन लघुकथा तथा हाइकु व हाइकु आधारित छन्दों में उनका योगदान विषेष उल्लेखनीय है। शैक्षणिक लेखन एवं सम्पादन भी किया। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन के साथ आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से प्रसारण। माटी, पानी और हवा, अंजुरी भर आसीस, कुकड़ूँ कूँ , हुआ सवेरा (कविता संग्रह), झरना(पोस्टर कविता), मुन्ना और फुलिया (बालकथा हिंदी व अंग्रेजी में), धरती के आँसू, दीपा, दूसरा सवेरा (लघु उपन्यास), असभ्य नगर (लघुकथा-संग्रह), खूँटी पर टँगी आत्मा (व्यंग्य-संग्रह), मेरे सात जनम (हाइकु-संग्रह), झरना, सोनमछरिया, कुआँ (पोस्टर कविता, बच्चों के लिए), भाषा चन्द्रिका (व्याकरण) प्रमुख प्रकाशित कृतियां। रचनायें गुजराती, पंजाबी, उर्दू, अंग्रेजी, सिन्धी, संस्कृत, नेपाली आदि कई भाषाओं में अनूदित। शैक्षणिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों में हिमांशु जी काफी सक्रिय रहे हैं। लघुकथा एवं हिन्दी में हाइकु की विकास यात्रा में आपका सक्रिय योगदान रहा है। आप लघुकथा की एक मात्र समर्पित बेब पत्रिका ’लघुकथा डाट काम’ (www.laghukatha.com) का श्री सुकेश साहनी जी के साथ संयुक्त रूप से सम्पादन कर रहे हैं। हिमांशु जी के द्वारा हाइकु के समर्पित ब्लाग ‘हिन्दी हाइकु’ (hindihaiku.wordpress.com) तथा ‘हाइगा’, ‘तांका ’व ‘चोका’ के समर्पित ब्लाग ‘त्रिवेणी’ (http://trivenni.blogspot.com) का डॉ. हरदीप कौर सन्धु जी के साथ संयुक्त रूप से सम्पादन एवं प्रस्तुति एवं ‘सहज साहित्य’ (http://wwwsamvedan.blogspot.com)ब्लाग की स्वतन्त्र प्रस्तुति भी विशेष उल्लेखनीय है। इन्टरनेट पर कविता कोष, गद्यकोष, अनुभूति आदि कई अन्य प्रमुख बेबसाइटों पर भी उपलब्ध। विदेश में भी कई साहित्यिक आयोजनों में सहभागी रहे। डॉ. भावना कुँअर के साथ संयुक्त रूप में उनके द्वारा सम्पादित हाइकु संकलन ‘चन्दन मन’ एक उल्लेखनीय कृति है। कई अन्य साहित्यिक व शैक्षणिक पुस्तकों का संपादन भी किया। बतौर अतिथि संपादक अविराम के जून २०११ में प्रकाशित हाइकु विशेषांक का संपादन किया। केन्द्रीय विद्यालय संगठन की बहुत सी परियोजनाओं के संसाधक व निदेशक के रूप में कार्य किया।
सम्मान : परमेश्वर गोयल सम्मान -1998, शरबती देवी स्मृति सम्मान-अक्तुबर 2010, एवं अखिल भारतीय हिन्दी-प्रसार प्रतिष्ठान पटना द्वारा ' लघुकथा रत्न' सम्मान -दिसम्बर २०१० से विभूषित।
सम्प्रति : केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य पद से सेवानिवृति के बाद साहित्य-सेवा में समर्पित।
संपर्क : 37-बी/02, रोहिणी, सेक्टर-17, नई दिल्ली-110089
फोन : 09313727493
ई मेल : rdkamboj@gmail.com
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
जन्म : 19 मार्च 1949, हरिपुर, सहारनपुर में।
शिक्षा : हिन्दी में स्नातकोत्तर एवं शिक्षा में स्नातक।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद हिमांशु जी कविता, हाइकु, तांका, चोका, लघुकथा, व्यंग्य, लघु उपन्यास, बाल साहित्य आदि तमाम विधाओं मे लिखते हैं, लेकिन लघुकथा तथा हाइकु व हाइकु आधारित छन्दों में उनका योगदान विषेष उल्लेखनीय है। शैक्षणिक लेखन एवं सम्पादन भी किया। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन के साथ आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से प्रसारण। माटी, पानी और हवा, अंजुरी भर आसीस, कुकड़ूँ कूँ , हुआ सवेरा (कविता संग्रह), झरना(पोस्टर कविता), मुन्ना और फुलिया (बालकथा हिंदी व अंग्रेजी में), धरती के आँसू, दीपा, दूसरा सवेरा (लघु उपन्यास), असभ्य नगर (लघुकथा-संग्रह), खूँटी पर टँगी आत्मा (व्यंग्य-संग्रह), मेरे सात जनम (हाइकु-संग्रह), झरना, सोनमछरिया, कुआँ (पोस्टर कविता, बच्चों के लिए), भाषा चन्द्रिका (व्याकरण) प्रमुख प्रकाशित कृतियां। रचनायें गुजराती, पंजाबी, उर्दू, अंग्रेजी, सिन्धी, संस्कृत, नेपाली आदि कई भाषाओं में अनूदित। शैक्षणिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों में हिमांशु जी काफी सक्रिय रहे हैं। लघुकथा एवं हिन्दी में हाइकु की विकास यात्रा में आपका सक्रिय योगदान रहा है। आप लघुकथा की एक मात्र समर्पित बेब पत्रिका ’लघुकथा डाट काम’ (www.laghukatha.com) का श्री सुकेश साहनी जी के साथ संयुक्त रूप से सम्पादन कर रहे हैं। हिमांशु जी के द्वारा हाइकु के समर्पित ब्लाग ‘हिन्दी हाइकु’ (hindihaiku.wordpress.com) तथा ‘हाइगा’, ‘तांका ’व ‘चोका’ के समर्पित ब्लाग ‘त्रिवेणी’ (http://trivenni.blogspot.com) का डॉ. हरदीप कौर सन्धु जी के साथ संयुक्त रूप से सम्पादन एवं प्रस्तुति एवं ‘सहज साहित्य’ (http://wwwsamvedan.blogspot.com)ब्लाग की स्वतन्त्र प्रस्तुति भी विशेष उल्लेखनीय है। इन्टरनेट पर कविता कोष, गद्यकोष, अनुभूति आदि कई अन्य प्रमुख बेबसाइटों पर भी उपलब्ध। विदेश में भी कई साहित्यिक आयोजनों में सहभागी रहे। डॉ. भावना कुँअर के साथ संयुक्त रूप में उनके द्वारा सम्पादित हाइकु संकलन ‘चन्दन मन’ एक उल्लेखनीय कृति है। कई अन्य साहित्यिक व शैक्षणिक पुस्तकों का संपादन भी किया। बतौर अतिथि संपादक अविराम के जून २०११ में प्रकाशित हाइकु विशेषांक का संपादन किया। केन्द्रीय विद्यालय संगठन की बहुत सी परियोजनाओं के संसाधक व निदेशक के रूप में कार्य किया।
सम्मान : परमेश्वर गोयल सम्मान -1998, शरबती देवी स्मृति सम्मान-अक्तुबर 2010, एवं अखिल भारतीय हिन्दी-प्रसार प्रतिष्ठान पटना द्वारा ' लघुकथा रत्न' सम्मान -दिसम्बर २०१० से विभूषित।
सम्प्रति : केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य पद से सेवानिवृति के बाद साहित्य-सेवा में समर्पित।
संपर्क : 37-बी/02, रोहिणी, सेक्टर-17, नई दिल्ली-110089
फोन : 09313727493
ई मेल : rdkamboj@gmail.com
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
मुद्रित प्रारूप : जून २०१० अंक में चार कवितायेँ- कहाँ गए?, बेटियों की मुस्कान, गांव अपना, मैं घर लौटा
सितम्बर-दिसंबर २०१० अंक में चार क्षणिकाएं
जून २०११ अंक में दस हाइकु, चार क्षणिकाएं एवं सम्पादकीय (इस अंक के अतिथि संपादक भी रहे )
सितम्बर २०११ अंक में डॉ. सुधा गुप्ता के तांका संग्रह 'सात छेद वाली मैं' की समीक्षा- सात सुरों की सफल साधना
ब्लॉग प्रारूप (अविराम विस्तारित) : सितम्बर २०१० अंक में सात हाइकु
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
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