मुनव्वर राना
जन्म : 26.11.1952, रायबरेली, उ.प्र. में।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : मशहूर एवं प्रतिष्ठित शायर आदरणीय मुनव्वर राना जी मूलतः रायबरेली (उ0प्र0) के रहने वाले हैं, परन्तु उनका काफी समय कोलकाता में बीता है। शायरी में उनका अपना एक अलग स्थान है। आरम्भ में मुनव्वर अली आतिश नाम से लिखते थे पर वाली आसी साहब ने उन्हें बना दिया मुनव्वर राना। अपनी जबान और अपनी मिट्टी उनके जेहन में गहरे तक रची बसी है, पर वह आलोचना को नहीं मानते। माँ, पीपल छाँव, बदन सराय, सब उसके लिए, ग़ज़ल गाँव, नीम के फूल, घर अकेला हो गया, कहो जिल्ले इलाही से, बग़ैर नक्शे का मकान, फिर कबीर, नए मौसम के फूल आदि उनकी प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ हैं। रचनाएँ हिन्दी, बंगला, उर्दू सहित कई भाषाओं में उपलब्ध। अपना स्वतन्त्र ब्लाग (http://munawwar-rana.blogspot.com)।
सम्मान : मीर ताकी मीर पुरस्कार से सम्मानित।
सम्पर्क : 12, बोलाई दत्त स्ट्रीट, कोलकाता-73 (पश्चिम बंगाल)
फोन : 09415020167
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
मुद्रित प्रारूप : सितम्बर-दिसंबर २०१० अंक मेंएक ग़ज़ल
ब्लॉग प्रारूप (अविराम विस्तारित) : अभी कोई नहीं
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें