अविराम ब्लॉग संकलन, वर्ष : 6, अंक : 05-06, जनवरी-फ़रवरी 2017
।।हाइकु।।
प्रतापसिंह सोढ़ी
हाइकु
01.
ओस की बूँदें
सूरज निगलता
अजगर सा।
02.
दूध में पानी
या पानी में हो दूध
रंग समान।
03.
अँधेरा गहराया
मन सुलगा।
04.
नभ के आँसू
धरा पर बिखरे
मोती से सजे।
05.
कोई फाइल
आगे बढ़ती नहीं
पहिए बिना।
- 5, सुखशांति नगर, बिचौली-हप्सी रोड, इन्दौर (म0प्र0)/मोबा. 09039409969
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