डॉ. पंकज परिमल
जन्म : 25 .05.1964 मुजफ्फरनगर, उ.प्र. में।
शिक्षा : बी.एस-सी., बी.ए.एम.एस.
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार पंकज जी मूलतः कवि हैं, परन्तु एक समलोचक एवं निबन्धकार के तौर पर भी आपने महत्वपूर्ण कार्य किया है। अनेक रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, संकलनों व वेबसाइटों पर प्रकाशित।
सम्प्रति : उ. प्र. सरकार की राजकीय चिकित्सा सेवा में चिकित्सक के पद पर कार्यरत।
सम्पर्क : ‘प्रवाल’, ए-129, शालीमार गार्डन एक्स.-।।, साहिबाबाद, जिला: गाजियाबाद (उ.प्र.)
फोन : 09810838832 / 09810837814
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
जन्म : 25 .05.1964 मुजफ्फरनगर, उ.प्र. में।
शिक्षा : बी.एस-सी., बी.ए.एम.एस.
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार पंकज जी मूलतः कवि हैं, परन्तु एक समलोचक एवं निबन्धकार के तौर पर भी आपने महत्वपूर्ण कार्य किया है। अनेक रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, संकलनों व वेबसाइटों पर प्रकाशित।
सम्प्रति : उ. प्र. सरकार की राजकीय चिकित्सा सेवा में चिकित्सक के पद पर कार्यरत।
सम्पर्क : ‘प्रवाल’, ए-129, शालीमार गार्डन एक्स.-।।, साहिबाबाद, जिला: गाजियाबाद (उ.प्र.)
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मुद्रित प्रारूप : मार्च २०१० अंक में कविता- सोने के पाँखों वाले हंस से तथा दो क्षणिकाएं
सितम्बर-दिसंबर २०१० अंक में एक आलेख- नई कविता में बिम्ब्धार्मिता, सपाटबयानी और सम्प्रेषणीयता
ब्लॉग प्रारूप (अविराम विस्तारित) : अभी कोई नहीं
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
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