आपका परिचय

मंगलवार, 12 जुलाई 2011

अंक : 8/जून 2011
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादक : डा. उमेश महादोषी /सम्पादन परामर्श : सुरेश सपन/मुद्रण सहयोगी : पवन कुमार

इस अंक के अतिथि सम्पादक : रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-
माइक पर : सम्पादक डा. उमेश महादोषी का वैचारिक स्तम्भ (पृष्ठ : आवरण 2)।
सम्पादकीय : हाइकु पर अतिथि-सम्पादक रामेश्वर काम्बोज हिमांशु का वक्तव्य (पृष्ठ : 3)।
हाइकु : डा. सुधा गुप्ता (पृष्ठ : 5), डा. भावना कुँअर, सुरेश यादव (पृष्ठ : 6), डा.हरदीप सन्धु, राधेश्याम (पृष्ठ : 7), रचना श्रीवास्तव, शिवशरण सिंह चौहान अंशुमाली (पृष्ठ : 8), डा. गोपाल बाबू शर्मा, के.एल. दिवान (पृष्ठ : 9), कमला निखुर्पा, अशोक जैन पोरवाल (पृष्ठ : 10), मंजु मिश्रा, डा. बाल कृष्ण पाण्डेय (पृष्ठ : 11), सुभाष नीरव, रमेश कुमार (पृष्ठ : 12), डा. जेन्नी शबनम, एन.एल.गोसाईं (पृष्ठ : 13), रेखा रोहतगी, प्रदीप गर्ग पराग (पृष्ठ : 14), डा. रमा द्विवेदी, प्रियंका गुप्ता (पृष्ठ : 15),पूर्णिमा वर्मन, ममता किरण (पृष्ठ : 16), डा. मिथिलेश दीक्षित, कृष्ण कुमार यादव (पृष्ठ : 17),डा. सतीश राज पुष्करणा, डा. अमिता कौंडल (पृष्ठ : 18),डा. रमाकान्त श्रीवास्तव, नीलू गुप्ता (पृष्ठ : 19), मुमताज-टी.एच.खान, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव (पृष्ठ : 20), सुदर्शन रत्नाकर, चेतन दुबे ‘अनिल’ (पृष्ठ : 21), डा. उर्मिला अग्रवाल, गिरीश पंकज (पृष्ठ : 22), लक्ष्मीशंकर बाजपेयी, डॉ. सुरेन्द्र वर्मा, आलोकेश्वर चबडाल (पृष्ठ : 23), संकल्प शर्मा, पुष्पा रघु, गांगेय कमल (पृष्ठ : 24), प्रताप सिंह सोढ़ी, डॉ. पुरुषोत्तम दुबे, केशव शरण, दिलीप भाटिया (पृष्ठ : 25). राजेन्द्र मोहन त्रिवेदी ‘बन्धु’, शशांक मिश्र भारती, राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ (पृष्ठ : 26), रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, लाल बिहारी लाल (पृष्ठ : 27)।
हाइकु वर्कशाप : नागेश भोजने, मीरा ठाकुर व स्वरूप राय (पृष्ठ : 28)।
जनक छन्द : डा. ओम्प्रकाश भाटिया ‘अराज’ (पृष्ठ : 30), डा. ब्रह्मजीत गौतम, कुँ0 शिवभूषण सिंह गौतम ‘भूषण’ (पृष्ठ : 31), आचार्य भगवत दुबे, मृदुलमोहन अवधिया (पृष्ठ : 32), पं. गिरिमोहन ‘गुरु’, सनातन कुमार बाजपेयी ‘सनातन’ (पृष्ठ : 33), महावीर उत्तरांचली, अनामिका शाक्य (पृष्ठ : 34), मदन दुबे, चन्द्रसेन विराट, शिवशरण सिंह चौहान ‘अंशुमाली’ (पृष्ठ : 35), हरिश्चन्द्र शाक्य, चन्द्रकान्त दीक्षित (पृष्ठ : 36), चन्द्रभान भारद्वाज, प्रदीप गर्ग ‘पराग’, पं. ज्वालाव्रसाद शांडिल्य ‘दिव्य’ (पृष्ठ : 37)।
क्षणिका : पूर्णिमा वर्मन (पृष्ठ : 41), प्रशान्त उपाध्याय, जयभगवान गुप्त ‘राकेश’(पृष्ठ : 42), भगीरथ परिहार, मदन मोहन पाण्डे(पृष्ठ : 43), बलराम अग्रवाल, डॉ.भावना कुँअर (पृष्ठ : 44), सुरेश यादव, केशव शरण(पृष्ठ : 45), हरकीरत ‘हीर’, डा. अशोक भाटिया(पृष्ठ : 46), नारायण सिंह निर्दोष, माधव नागदा(पृष्ठ : 47), अनवर सुहैल, नरेश कुमार ‘उदास’, दया पाण्डे(पृष्ठ : 48), त्रिभुवन पाण्डे, शशांक मिश्र भारती, डॉ. पुरुषोत्तम दुबे, डॉ. शिव नन्दन कपूर (पृष्ठ : 49), डॉ. रवि शर्मा ‘मधुप’, के.एल.दिवान, लाल बिहारी लाल (पृष्ठ : 50), सिद्धेश्वर, शिवानन्द सिंह‘सहयोगी’(पृष्ठ : 51), मुकुट सक्सेना, सुमन शेखर, सूर्य नारायण गुप्त ‘सूर्य’(पृष्ठ : 52), सुधीर निगम, सम्राट सुधा(पृष्ठ : 53), प्रो0 हितेश व्यास, डा. वेद प्रकाश ‘अंकुर’(पृष्ठ : 54), हरनाम शर्मा, मंजु मिश्रा(पृष्ठ : 55), रचना श्रीवास्तव, डा. सुरेश सपन(पृष्ठ : 56), कृष्ण सुकुमार, कमला निखुर्पा (पृष्ठ : 57), रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, राजीव कुमार त्रिगर्ती (पृष्ठ : 58), डा. जेन्नी शबनम, जितेन्द्र जौहर, प्रताप सिंह सोढ़ी (पृष्ठ : 59)।
साभार : जनक छन्द पर कथा-संसार के जनक छन्द विशेषांक से 20 रचनाकार (पृष्ठ : 38), क्षणिका पर पांडुलिपि-एक से तीन रचनाकार (पृष्ठ : 60)।
पड़ताल : ‘हाइकु: कुछ विचार’/डा. हरदीप सन्धु (पृष्ठ : 29), जनक छन्द: स्वरूप और महत्व/डा. ओम्प्रकाश भाटिया ‘अराज’ (पृष्ठ : 40), क्षणिका का रचना-विधान/बलराम अग्रवाल (पृष्ठ : 61), क्षणिका की सामर्थ्य/डा. उमेश महादोषी (पृष्ठ : 64)।
चिट्ठियां : अविराम के गत अंक पर डा. कमल किशोर गोयनका, डा. सतीश दुबे, श्री जितेन्द्र जौहर एवं डा. सुरेन्द्र वर्मा के पत्रांश एवं अन्य पत्रों की प्राप्ति-सूचना (पृष्ठ : 67)।
गतिविधियाँ : संक्षिप्त साहित्यिक समाचार (पृष्ठ : 68)।
प्राप्ति स्वीकार : विगत त्रैमास में प्राप्त पुस्तकों की सूचना (आवरण पृष्ठ : 3)।

इस अंक की साफ्ट प्रति ई मेल (umeshmahadoshi@gmail.com) से मंगायी जा सकती है।
इस अंक के पाठक अंक की रचनाओं पर इस विवरण के नीचे टिप्पणी कालम में अपनी प्रतिक्रिया स्वयं पोस्ट कर सकते हैं। कृपया संतुलित प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य सूचना पोस्ट न करें।
अंक : 7/मार्च 2011
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादक : डा. उमेश महादोषी /सम्पादन परामर्श : सुरेश सपन/मुद्रण सहयोगी : पवन कुमार
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-
  • प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में स्तम्भ (पृष्ठ : आवरण 2)।
लघुकथा के स्तम्भ : संतोष सुपेकर (पृष्ठ : 03) एवं उनकी लघुकथाएं।
  • अनवरत : नारायण सिंह निर्दोष (पृष्ठ : 6), विज्ञान व्रत (पृष्ठ : 7), शैलेन्द्र सरस्वती (पृष्ठ : 8), जनार्दन मिश्र (पृष्ठ : 9), तेज राम शर्मा (पृष्ठ : 11), जेन्नी शबनम (पृष्ठ : 12), मुस्तफा खान (पृष्ठ : 13), प्रमोद कुमार (पृष्ठ : 14), डॉ0 ए. कीर्तिबर्द्धन (पृष्ठ : 15) एवं डॉ0 महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’ (पृष्ठ : 15) की कवितायें।
  • कथा-कहानी : नरेश कुमार उदास की कहानी ‘पारुल लौट आया’ (पृष्ठ : 16)
  • कविता के हस्ताक्षर : शशि भूषण बड़ौनी (पृष्ठ : 23) एवं प्रशान्त उपाध्याय (पृष्ठ : 25)
  • पड़ताल : समकालीन लघुकथा और बुजुर्गों की दुनियां : बलराम अग्रवाल (पृष्ठ : 27)
  • सन्दर्भ : डॉ0 तारिक असलम तस्नीम की आतंक केन्द्रित कवितायें (पृष्ठ : 34)
  • व्यंग्य-वाण : बृजमोहन श्रीवास्तव का व्यंग्य लेख (पृष्ठ : 27)
  • कथा प्रवाह : माधव नागदा (पृष्ठ : 37), डॉ0 राम शंकर चंचल (पृष्ठ : 38), आशीष कुमार (पृष्ठ : 39), मोहन लोधिया (पृष्ठ : 40), उमेश मोहन धवन (पृष्ठ : 41), एवं सुनील कुमार चौहान (पृष्ठ : 42) की लघुकथाएं
  • कवि सम्मेलन : अली हसन मकरैंडिया (पृष्ठ : 43), शकुन्तला यादव (पृष्ठ : 44), सूर्य नारायण गुप्त ‘सूर्य’ (पृष्ठ : 44), मोहन द्विवेदी (पृष्ठ : 45) एवं प्रदीप गर्ग ‘पराग’ (पृष्ठ : 45) की कवितायें।
  • आकलन : अविराम के गत अंक पर सर्वश्री निशान्त, डा. ओम्प्रकाश भाटिया ‘अराज’, दिनेश चन्द्र रस्तोगी, संतोश सुपेकर एवं डा. विजय प्रकाश के पत्रांश एवं अन्य पत्रों की प्राप्ति-सूचना (पृष्ठ : 46)।
  • गतिविधियाँ : संक्षिप्त साहित्यिक समाचार (पृष्ठ : 47)।
  • किताबें : संतोष सुपेकर के लघुकथा संग्रह ‘बन्द आँखों का समाज’ एवं बृज मोहन श्रीवास्तव के व्यंग्य संग्रह ‘कुछ कुछ नहीं बहुत कुछ होता है’ की परिचयात्मक समीक्षा उमेश महादोषी द्वारा (पृष्ठ : 48 एवं आवरण पृष्ठ : 03)।
  • प्राप्ति स्वीकार : त्रैमास में प्राप्त विविधि प्रकाशनों की प्राप्ति-सूचना (पृष्ठ : 5)।


इस अंक की साफ्ट प्रति ई मेल (umeshmahadoshi@gmail.com) से मंगायी जा सकती है।
इस अंक के पाठक अंक की रचनाओं पर इस विवरण के नीचे टिप्पणी कालम में अपनी प्रतिक्रिया स्वयं पोस्ट कर सकते हैं। कृपया संतुलित प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य सूचना पोस्ट न करें।



अंक : 5-6/ सितम्बर-दिसम्बर 2010
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादक : डा. उमेश महादोषी /सम्पादन परामर्श : सुरेश सपन/मुद्रण सहयोगी : पवन कुमार

इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-
  • प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में जानकारी देता हुआ स्तम्भ (पृष्ठ : आवरण 2)।
  • लघुकथा के स्तम्भ : डॉ0 अशोक भाटिया (पृष्ठ : 03) एवं उनकी लघुकथाएं।
  • अनवरत : मुनव्वर राना (पृष्ठ : 07), डॉ0 विद्या भूषण (पृष्ठ : 08), श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी (पृष्ठ : 09), डॉ0 पुरोषत्तम दुबे (पृष्ठ : 10), हृदयेश्वर (पृष्ठ : 11), नूर मुहम्मद नूर (पृष्ठ : 12), दिनेश चन्द्र दुबे (पृष्ठ : 13) एवं गोवर्धन यादव (पृष्ठ : 14) की काव्य रचनाएं।
  • सन्दर्भ : पारस दासोत (पृष्ठ : 15) एवं डॉ0 पूरन सिंह (पृष्ठ : 16) की वृद्धजनों पर केन्द्रित लघुकथाएं।
  • कविता के हस्ताक्षर : प्रो0 हितेश व्यास (पृष्ठ : 19) व कृष्ण सुकुमार (पृष्ठ : 20) एवं उनकी कविताएं।
  • पड़ताल : नई कविता में बिम्बधर्मिता, सपाटबयानी एवं सम्प्रेषणीयता : डॉ0 पंकज परिमल का आलेख (पृष्ठ : 22) एवं मेरा परिवेश और मेरी कविता : महेश चन्द्र पुनेठा का आत्मवक्तव्य (पृष्ठ : 28)
  • आहट : मंजू मिश्रा, रामेश्वर काम्बोज हिमांशु एवं अनुराग मिश्र ‘गैर’ की क्षणिकाएं (पृष्ठ : 44)
  • कथा प्रवाह : प्रताप सिंह सोढ़ी (पृष्ठ : 35), शिव अवतार पाल (पृष्ठ : 36) एवं आकांक्षा यादव (पृष्ठ : 38) की लघुकथाएं।
  • कवि सम्मेलन : पवन कुमार पवन (पृष्ठ : 40), केशव शरण (पृष्ठ : 41), सोमदत्त शर्मा (पृष्ठ : 42) एवं पूनम गुप्ता (पृष्ठ : 42) की कविताएं।
  • सम्भावना : मीना गुप्ता एवं सुमन शेखर की कविताएं (पृष्ठ : 43)
  • प्राप्ति स्वीकार : विभिन्न लघु पत्र-पत्रिकाओं एवं पुस्तकों की प्राप्ति-सूचना (पृष्ठ : 44)
  • आकलन : अविराम के गत अंक पर सर्वश्री माधव नागदा, नारायण सिंह निर्दोष, प्रो. हितेश व्यास, दिनेश दधीचि, हरिशंकर राढ़ी, मुस्तफा खान, रामयतन यादव, प्रताप सिंह सोढ़ी, श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी, हृदयेश्वर, व श्री शशिभूषण बड़ौनी के पत्रांश एवं अन्य पत्रों की प्राप्ति-स्वीकार (पृष्ठ : 45)।
  • गतिविधियाँ : संक्षिप्त साहित्यिक समाचार (पृष्ठ : 47)।
  • किताबें : डा. अशोक भाटिया के लघुकथा संग्रह ‘अँधेरे में आँख’ की परिचयात्मक समीक्षा उमेश महादोषी द्वारा (आवरण पृष्ठ : 03)

इस अंक की साफ्ट प्रति ई मेल (umeshmahadoshi@gmail.com) से मंगायी जा सकती है।
इस अंक के पाठक अंक की रचनाओं पर इस विवरण के नीचे टिप्पणी कालम में अपनी प्रतिक्रिया स्वयं पोस्ट कर सकते हैं। कृपया संतुलित प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य सूचना पोस्ट न करें।
अंक : 4/जून 2010
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादक : डा. उमेश महादोषी /सम्पादन परामर्श : सुरेश सपन/मुद्रण सहयोगी : पवन कुमार
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-
  • प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में जानकारी देता हुआ स्तम्भ (आवरण पृष्ठ : 02)।
  • माइक पर : सम्पादक डा. उमेश महादोषी का वैचारिक स्तम्भ (पृष्ठ : 03)।
  • लघुकथा के स्तम्भ : माधव नागदा (पृष्ठ : 06) व रामयतन यादव (पृष्ठ : 10) एवं उनकी लघुकथाएं।
  • आहट : हरकीरत ‘हीर’ क्षणिकायें (पृष्ठ : 13)।
  • कथा-कहानी : ओमनागर की कहानी ‘‘प्यास’’ (पृष्ठ : 15)।
  • अनवरत : रचना श्रीवास्तव (पृष्ठ : 19), विज्ञान व्रत (पृष्ठ : 20), कमला निखुर्पा (पृष्ठ : 21), डॉ0 भावना कुँअर (पृष्ठ : 23), नरेश कुमार ‘उदास’ (पृष्ठ : 24), डा0 सुरेश सपन (पृष्ठ : 25) व गणेश चन्द्र राही (पृष्ठ : 26) की कविताएं।
  • सन्दर्भ : डॉ0 राम शंकर चंचल की आदिवासी जीवन पर केन्द्रित कविताएं (पृष्ठ : 27)।
  • कथा प्रवाह : कालीचरण प्रेमी (पृष्ठ : 30), उमेश मोहन धवन (पृष्ठ : 32), डॉ0 विनीत उपाध्याय (पृष्ठ : 33) एवं सुनील कुमार चौहान (पृष्ठ : 34) की लघुकथाएं।
  • कविता के हस्ताक्षर : रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ (पृष्ठ : 36) व नारायण सिंह निर्दोष (पृष्ठ : 39) एवं उनकी कविताएं।
  • कवि सम्मेलन : अशोक अंजुम (पृष्ठ : 42), दिनेश रस्तोगी (पृष्ठ : 43), हलीम आएना (पृष्ठ : 43), चाँद शेरी (पृष्ठ : 44) एवं अलीहसन मकरैंडिया (पृष्ठ : 44) की कविताएं
  • आकलन : अविराम के गत अंक पर श्री अमृत लाल मदान, डा. अमिताभ शंकर राय चौधरी, डा. रामशंकर द्विवेदी, डा. हरिसिंह पाल, श्री गोवर्धन यादव, श्री बलराम अग्रवाल, सुश्री जरेगेश्वरी सधीर, श्री शशिभूषण बड़ौनी, सुश्री पुष्पा रघु एवं श्री अनुराग मिश्र ‘गैर’ के पत्रों के सम्पादित अंश एवं अन्य पत्रों की प्राप्ति-सूचना (पृष्ठ : 45)।
  • गतिविधियाँ : संक्षिप्त साहित्यिक समाचार (पृष्ठ : 47)।
  • किताबे : लाल बिहारी लाल द्वारा सम्पादित काव्य संग्रह ‘धरती कहे पुकार के’ की मध्यमा गुप्ता द्वारा परिचयात्मक समीक्षा (आवरण पृष्ठ : 03)।



इस अंक की साफ्ट प्रति ई मेल (umeshmahadoshi@gmail.com) से मंगायी जा सकती है।
इस अंक के पाठक अंक की रचनाओं पर इस विवरण के नीचे टिप्पणी कालम में अपनी प्रतिक्रिया स्वयं पोस्ट कर सकते हैं। कृपया संतुलित प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य सूचना पोस्ट न करें।
अंक: 3/ मार्च 2010
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादक : डा. उमेश महादोषी /सम्पादन परामर्श : सुरेश सपन/मुद्रण सहयोगी : पवन कुमार
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-

  • प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में जानकारी देता हुआ स्तम्भ (पृष्ठ : आवरण 2)।
  • माइक पर : सम्पादक डा. उमेश महादोषी का वैचारिक स्तम्भ (पृष्ठ : 3)।
  • लघुकथा के स्तम्भ : बलराम अग्रवाल और उनकी लघुकथाएं (पृष्ठ : 4)।
  • अनवरत : चाँद शेरी (पृष्ठ : 10), अनुराग मिश्र ‘गैर’ (पृष्ठ : 11), डा. ए. कीर्तिबर्द्धन (पृष्ठ : 12), डा. सुरेश सपन (पृष्ठ : 13), विवेक सत्यांशु (पृष्ठ : 14) एवं डा. उमेश महादोषी (पृष्ठ : 14) की कविताएं।
  • कथा प्रवाह : जोगेश्वरी सधीर (पृष्ठ : 16), डा. पूरन सिंह (पृष्ठ : 16) एवं पुष्पा रघु (पृष्ठ : 18) की लघुकथाएं।
  • कविता के हस्ताक्षर : अशोक कुमार पाण्डेय (पृष्ठ : 19), ईशिता आर. गिरीश (पृष्ठ : 26) व ओम नागर (पृष्ठ : 29) एवं उनकी कविताएं।
  • पड़ताल : लघुकथा में शब्द-प्रयोग सम्बन्धी सावधानियाँ/बलराम अग्रवाल (पृष्ठ : 33)
  • कवि सम्मेलन : अलीहसन मकरैंडिया (पृष्ठ : 38), मोहन द्विवेदी (पृष्ठ : 40), बाबा कानपुरी (पृष्ठ : 42) व डा0 महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’ (पृष्ठ : 42) की कविताएं।
  • आहट : नारायण सिंह निर्दोष, डा. सुरेश सपन, बलराम अग्रवाल, डा. पंकज परिमल, प्रशान्त उपाध्याय, संजय शुक्ला व डा. उमेश महादोषी की क्षणिकाएं (पृष्ठ : 45)
  • साभार : डा. पंकज परिमल की कविता ‘सोने की पाँखों वाले हंस से’ (पृष्ठ : 47)
  • प्राप्ति स्वीकार : डा. राम कुमार घोटड़ द्वारा सम्पादित दो पुस्तकों एवं डा. ए. कीर्तिबर्द्धन द्वारा रचित तीन पुस्तकों की प्राप्ति सूचना।
  • और अन्तिम आवरण पृष्ठ राजू रंगीला की समृतियों को अर्पित।



इस अंक की साफ्ट प्रति ई मेल (umeshmahadoshi@gmail.com) से मंगायी जा सकती है।
इस अंक के पाठक अंक की रचनाओं पर इस विवरण के नीचे टिप्पणी कालम में अपनी प्रतिक्रिया स्वयं पोस्ट कर सकते हैं। कृपया संतुलित प्रतिक्रियाओं के अलावा कोई अन्य सूचना पोस्ट न करें।
अंक : 2/ अगस्त 1990
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादन-परामर्श : डा. उमेश महादोषी एवं सुरेश सपन/संयोजक : संजय शुक्ला
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-
प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में जानकारी देता हुआ स्तम्भ (पृष्ठ : 3)।
सन्दर्भ : आतंकवाद पर श्रीराम शुक्ला राम (पृष्ठ : 14), गम्भीर सिंह पालनी (पृष्ठ : 15), डा. ऋषभ देव शर्मा देवराज (पृष्ठ : 16), और हेमन्त दोषी (पृष्ठ : 17) की कविताएं।
परिक्रमा : ‘नई कविता में बिम्बधर्मिता, सपाटबयानी और सम्प्रेषणीयता’ विषय पर अभिमेष द्वारा प्रस्तुत परिचर्चा का पहला भाग/सहभागी- सर्वश्री प्रो. वेद प्रकाश अमिताभ, सिद्धेश्वर एवं रामकृष्ण विकलेश (पृष्ठ : 18)।
अनवरत : नारायण सिंह निर्दोष की कविता (पृष्ठ : 27)।
क्षणिकाएं : जय श्रीवास्तव, पुष्कर राय जोशी, नारायण सिंह निर्दोष, एवं डा. उमेश महादोषी की क्षणिकाएं (पृष्ठ : 4)
पड़ताल : नई कविता में शिल्पगत और चरित्रगत सौन्दर्य/डा. पंकज परिमल (पृष्ठ : 5)
अधिकृत पन्ना : सुरेश सपन का स्तम्भ (पृष्ठ : 28)।



इस अंक की किसी भी प्रकार की प्रति उपलब्ध नहीं है, अतः पाठक/रचनाकार बन्धु किसी प्रकार का अनुरोध न भेजें।
अंक : 1/ जनवरी 1990
प्रधान सम्पादिका : मध्यमा गुप्ता/सम्पादन-परामर्श : डा. उमेश महादोषी एवं सुरेश सपन/संयोजक : संजय शुक्ला
इस अंक में शामिल रचना सामग्री और रचनाकारों का विवरण निम्न प्रकार है-

  • प्रस्तुति : प्रधान सम्पादिका श्रीमती मध्यमा गुप्ता का अविराम के बारे में जानकारी देता हुआ स्तम्भ (पृष्ठ : 4)।
  • सन्दर्भ : साम्प्रदायिकता पर शमशेर बहादुर सिंह (साभार/पृष्ठ : 5), हेमन्त दोषी (पृष्ठ : 6), डा. ऋषभ देव शर्मा देवराज (पृष्ठ : 7), सिद्धेश्वर (पृष्ठ : 7) और डा. उमेश महादोषी (पृष्ठ : 8) की कविताएं।
  • प्रतिनिधि हस्ताक्षर : प्रो. संजय कुमार पंकज एवं उनकी कविताएं (पृष्ठ : 9)।
  • बातचीत : दुरूहता किसी भी विधा का सहज चरित्र नहीं होता/नई कविता पर नारायण सिंह निर्दोष का साक्षात्कार मध्यमा गुप्ता द्वारा़ (पृष्ठ : 11)।
  • दस्तक : युवा कवि मूलचन्द्र चित्रांश (पृष्ट : 13)।
  • परिक्रमा : ‘काव्य की बदली हुई परम्परा और आम आदमी’ विषय पर सिद्धेश्वर द्वारा प्रस्तुत परिचर्चा/सहभागी- सर्वश्री अवधेश अमन, एम.टी.खान, डा. रामपूजन तिवारी. अशोक मनोरम, शरद रंजन शरद, बिन्देश्वर प्रसाद गुप्ता एवं सिद्धेश्वर (पृष्ठ : 14)।
  • अनवरत : राजकुमार सोनी (पृष्ठ : 17), अनिरुद्ध प्रसाद विमल (पृष्ठ : 17), कल्पना सिंह (पृष्ठ : 17), संजय शुक्ला (पृष्ठ : 18), रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ (पृष्ठ : 18), निशा व्यास (पृष्ठ : 19), अजय कुमार (पृष्ठ : 19), माणिक घोषाल (पृष्ठ : 20), शिव कुमार शिव (पृष्ठ : 20), सतीश राज पुष्करणा (पृष्ठ : 21), रामकृष्ण विकलेश (पृष्ठ : 21), सुरेन्द्र प्रसाद वर्मा (पृष्ठ : 22), नेमपाल प्रजापति (पृष्ठ : 22), मिथिलेश गुप्ता (पृष्ठ : 22), एवं श्री भोपाल सिंह पौलस्त्य (पृष्ठ : 23) की कविताएं।
  • क्षणिकाएं : नारायण सिंह निर्दोष, पुष्कर राय जोशी, डा. पंकज परिमल, प्रशान्त उपाध्याय एवं मुकेश रावल की क्षणिकाएं (पृष्ठ : 23)
  • पड़ताल : आज की कविता : चरित्र और प्रवृत्तियाँ/ विक्रम सोनी (पृष्ठ : 24), कविता का आलम्ब/डा. पंकज परिमल (पृष्ठ : 26)
  • किताबें : राधेश्याम बन्धु के काव्य संग्रह ‘प्यास के हिरन’ की अभिमेष द्वारा आलोचनात्मक समीक्षा (पृष्ठ : 27) एवं अन्य पुस्तकों की प्राप्ति सूचना (पृष्ठ : 29)।
  • अधिकृत पन्ना : सुरेश सपन का स्तम्भ (पृष्ठ : 30)।



इस अंक की किसी भी प्रकार की प्रति उपलब्ध नहीं है,अतः पाठक/रचनाकार बन्धु किसी प्रकार का अनुरोध न भेजें।