आपका परिचय

गुरुवार, 28 जुलाई 2011

ब्लागर मित्रों से अनुरोध
ब्लागर मित्रों से अनुरोध है कि इस ब्लाग का लिंक अपने ब्लाग पर सहयोगी ब्लाग आदि के रूप में डालने का कष्ट करें, आपके ब्लाग का लिंक हम अविराम के पाठकों को भी उपलब्ध करवा देंगे।
इस ब्लाग के बारे में
अविराम का प्रकाशन सामान्यतः आवरण सहित 52 पृष्ठों में प्रकाशित होता है। साहित्यिक मित्रों का जो स्नेह एवं सहयोग अविराम को साहित्यिक सामग्री, प्रतिक्रियाओं एवं अन्य स्तम्भों से सम्बन्धित सामग्री के रूप में प्राप्त हो रहा है, उसे मात्र 52 पृष्ठों में समाहित करना अब सम्भव नहीं रह गया है, दूसरी ओर पृष्ठ संख्या में अपेक्षानुरूप बढ़ोत्तरी भी सीमित आर्थिक संसाधनों के चलते सम्भव नहीं है। इसी सन्दर्भ में प्रस्तुत ब्लाग की योजना मित्रों से मिल रहे रचनात्मक स्नेह और सहयोग के प्रति सम्मान प्रकट करने के दृष्टिकोंण से बनाई है। सभी मित्र एवं सहयोगी महत्वपूर्ण हैं फिर भी मुद्रित अंकों में समस्त महत्वपूर्ण सामग्री का जाना सम्भव नहीं हो पाता है। इस ब्लाग को अस्तित्व में लाकर हम इस समस्या को हल करने का प्रयास भी करेंगे। फिलहाल जो सामग्री मुद्रित अंक में नहीं जा सकेगी, उसे समय-समय पर ससम्मान इस ब्लाग में स्थान दिया जायेगा। ब्लाग पर डाली गयी कुछ रचनाओं का उपयोग भविष्य में मुद्रित अंको में भी किया जा सकता है। प्रयास यह होगा कि भविष्य में मुद्रित अंको में जाने वाली समस्त सामग्री भी ब्लाग पर लायी जा सके।
अविराम में प्रकाशित समस्त रचनाकारों के परिचय, फोटो एवं सम्पर्क-सूत्र भी ‘अविराम के रचनाकार’ लेबल के अन्तर्गत इस ब्लाग में प्रकाशित करने की योजना है, परन्तु इस कार्य में कुछ समय लगेगा ।
मुद्रित अंको के पाठक अपनी प्रतिक्रिया सम्बन्धित अंक के साथ वाले टिप्पणी कालम में तथा अन्य सामग्री के बारे में प्रतिक्रिया सम्बन्धित सामग्री के साथ वाले टिप्पणी कालम में जाकर सीधे दर्ज कर सकते हैं। रचनाओं की समीक्षात्मक आलोचना का स्वागत है, परन्तु किसी रचनाकार के मान-सम्मान को ठेस पहुँचाने वाले शब्दों का उपयोग आलोचना के नाम पर कृपया न करें।
धीरे-धीरे निम्न लेबल के अन्तर्गत सामग्री का प्रकाशन आरम्भ किया जायेगा- अविराम के अंक, अविराम के रचनाकार, अविराम विस्तारित (साहित्यिक रचनाएं), गतिविधियां (समाचार), किताबें (प्राप्त पुस्तकों की परिचयात्मक समीक्षा), प्रमुख लघु-पत्रिकाएं। साहित्यिक समाचारों, पुस्तकों की परिचयात्मक समीक्षा के लिए मुद्रित अंक में दो-दो पृष्ठ से अधिक देना सम्भव नहीं है। इन स्तम्भों से सम्बन्धित शेष सामग्री ब्लाग पर देने का प्रयास किया जायेगा। महत्वपूर्ण लघु पत्रिकाओं की परिचयात्मक समीक्षा मुद्रित अंकों में देना सम्भव नहीं है, परन्तु ब्लाग पर हम देने का प्रयास करेंगे।
सभी मित्र हो सके तो इस ब्लॉग के प्रचार-प्रसार में सहयोग करने का कष्ट करें।



3 टिप्‍पणियां:

  1. भाई महादोषी जी ब्लॉग शुरू करने के लिए बधाई !आपका यह प्रयोग साहित्य के लिए नी चेतना लेकर आएगा ! रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'

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  2. ‘अविराम’ का ब्लॉग शुरू करके आपने एक स्तुत्य कार्य किया है...मेरी शुभकामनाएँ और बधाई...।
    प्रियंका गुप्ता

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  3. प्रणाम !
    इस खूब सूरत ब्लॉग के लिए आप को बहुत बहुत बधाई , हिंदी साहित्य ब्लॉग में ये अपना नया आयाम स्थापित करेगा , ये कामना करते है , पुनः बधाई , ! '' अविराम '' की सूचना '' श्री हिमाशु जी से प्राप्त हुई अतः हिमाशु सर , शुक्रिया !
    सदर !

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