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शनिवार, 31 मार्च 2012

सामग्री एवं सम्पादकीय पृष्ठ : मार्च २०१२

अविराम  ब्लॉग संकलन :  वर्ष : १, अंक : ०7, मार्च २०१२ 


प्रधान संपादिका : मध्यमा गुप्ता
संपादक : डॉ. उमेश महादोषी 
संपादन परामर्श : डॉ. सुरेश सपन  
फोन : ०९४१२८४२४६७ एवं ०९०४५४३७१४२ 
ई मेल : aviramsahityaki@gmail.com 

रेखांकन : डॉ. सुरेन्द्र वर्मा 
।।सामग्री।।
कृपया सम्बंधित सामग्री के  पृष्ठ पर जाने के लिए स्तम्भ के साथ कोष्ठक में दिए लिंक पर क्लिक
 करें ।

अविराम विस्तारित :  

काव्य रचनाएँ  {कविता अनवरत} :  रेखा चमोलीविजय कुमार सत्पथी, अवनीश सिंह चौहान, प्रभुदयाल श्रीवास्तव, अंकिता पंवार  एवं  सुधीर मौर्या ‘सुधीर’ की काव्य रचनाएँ।

लघुकथाएं   {कथा प्रवाह} :  डॉ. श्याम सुन्दर दीप्ति,  युगल,  सुरेश शर्मा, महावीर रवांल्टा,  राजेन्द्र नागर ‘निरन्तर’ एवं शोभा रस्तोगी शोभा  की लघुकथाएं।  

क्षणिकाएं  {क्षणिकाएँ डॉ. मिथिलेश दीक्षित, डॉ. सुरेन्द्र वर्मा व  ज्योत्सना शर्मा की क्षणिकाएं

हाइकु व सम्बंधित विधाएं  {हाइकु व सम्बन्धित विधाएँ}  :  रामेश्वर कम्बोज 'हिमांशु' व डॉ हरदीप कौर सन्धु के तांका

जनक व अन्य सम्बंधित छंद  {जनक व अन्य सम्बन्धित छन्द: डॉ. ओम्प्रकाश भाटिया 'अराज' व पं. गिरिमोहन गिरि 'नगर-श्री' के जनक छंद।   

अविराम विमर्श {अविराम विमर्श} : शैलेन्द्र चाँदना का लघु आलेख ''सत्यमेव जयते! : कारगिल-स्मारक’’ 


किताबें   {किताबें} : संजय वर्मा ‘दृष्टि’ द्वारा लिखित श्री हरिशंकर वट की कृति ‘क्या लिखूँ’ (काव्य  संग्रह)  की समीक्षा।





।।जरुरी सूचना।।

  • मुद्रित रूप में 'अविराम साहित्यिकी' का वार्षिक शुल्क  रुपये ६०/- तथा आजीवन सदस्यता शुल्क रुपये ७५०/- रखा गया है। वार्षिक शुल्क धनादेश द्वारा 'प्रधान संपादिका, अविराम साहित्यिकी, ऍफ़-४८८/२, गली संख्या ११, राजेंद्र नगर, रुड़की, जिला-हरिद्वार, उत्तराखंड' के पते पर भेजा जाना हैआजीवन शुल्क रुड़की पर देय 'अविराम साहित्यिकी' के नाम में जारी  रेखांकित  'मांग ड्राफ्ट' द्वारा उक्त पते पर ही भेजा जाये। कृपया किसी भी व्यकिगत नाम में कोई राशि न भेजें
  • जो मित्र 'अविराम साहित्यिकी' के 'ओरियंटल बैंक आफ कामर्स' में स्थित खाते में राशी जमा करना चाहें, वे हमसे फोन ०९४१२८४२४६७ एवं ०९०४५४३७१४२ पर आवश्यक जानकारी ले सकते हैं

4 टिप्‍पणियां:

  1. यह अंक प्रस्तुत करने का धन्यवाद, बहुत दिनों से प्रतीक्षा कर रहा था, कार्य की व्यस्तता से पहले भी नहीं आ सका था.

    आपके सार्थक प्रयास की शुभकामनाएं.

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  2. आदरणीय उमेश महादोषी जी
    सस्नेहाभिवादन !

    आता रहा हूं यहां ।
    आपका श्रम और समर्पण भाव प्रशंसनीय है …

    रचनाएं अब पढ़ूंगा …

    अविराम की एक प्रति मेरे पते पर भेज सकते हैं क्या ?
    वार्षिक शुल्क शीघ्र ही भेजने का प्रयास रहेगा …

    शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित…
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  3. sada ki bhanti bahut uttam samagri se saji hai ye patrika sabhi ko badhai
    rachana

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  4. Aviram ka hr ank khas hota h. eski samgri striya hoti h. sampadk mandal ko hardik sadhuvad.

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