युगल
जन्म : 1925 की दीपावली को।
शिक्षा : बी.ए. (आनर्स) हिंदी, साहित्यरत्न, डिप्लोमा इन एड.।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार युगल किशोर जी साहित्य में युगल नाम से ही जाने जाते हैं। मूलतः कथाकार युगल जी ने कविता, नाटक एव निबंध के क्षेत्र में भी योगदान किया है। कथा साहित्य में यद्यपि कथा की तीनों विधाओं (उपन्यास, कहानी व लधुकथा) में पर्याप्त योगदान किया है तदापि लघुकथा को विधा के रूप में प्रतिष्ठित करने के प्रयासों की दृष्टि से वह लघुकथा के अग्रणी एवं वरिष्ठ पुरोधाओं में शामिल रहे हैं। लघुकथा के क्षेत्र में उन्होंने लघुकथा-लेखन एवं दिशापरक आलेखों- दोनों ही तरह से योगदान किया है। युगल जी अनेकों प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन से भी सम्बद्ध रहे हैं और उन्होंने पत्रकारिता में भी उल्लेखनीय योगदान किया है। आपकी प्रकाशित कृतियों में द्विधा, तीर्थयात्रा, अतिक्रमण (उपन्यास); प्रेत और छाया, पथराये चेहरे, धुएं के बीच, समय शेष (कहानी संग्रह); किरचें, जब द्रोपदी नंगी नहीं हुई, फूलों वाली दूब, गर्म रेत, पड़ाव से आगे (लघुकथा संगह); दक्षिणा, लैम्पपोस्ट, गोदना (नाटक); उच्छ्वास, एक यात्रांत के लिए (कविता संग्रह); विमर्श, हिन्दी की ओर (निबन्ध संग्रह) आदि शामिल हैं।
सम्मान : अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा मानद उपाधियों तथा अलंकरणों से सम्मानित एवं पुरस्कृत।
सम्पर्क : मोहीउद्दीन नगर, समस्तीपुर-848501 (बिहार)
फोन : 06278-226807 / मोबाइल : 09631361689
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जनवरी-मार्च 2012 अंक में तीन लघुकथाएं- सत्ता, सिविक सेंस एवं टूटते मिथक।
ब्लाग संस्करण : मार्च 2012 अंक में लघुकथा ‘सिरफिरा’।
जन्म : 1925 की दीपावली को।
शिक्षा : बी.ए. (आनर्स) हिंदी, साहित्यरत्न, डिप्लोमा इन एड.।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : वरिष्ठ साहित्यकार युगल किशोर जी साहित्य में युगल नाम से ही जाने जाते हैं। मूलतः कथाकार युगल जी ने कविता, नाटक एव निबंध के क्षेत्र में भी योगदान किया है। कथा साहित्य में यद्यपि कथा की तीनों विधाओं (उपन्यास, कहानी व लधुकथा) में पर्याप्त योगदान किया है तदापि लघुकथा को विधा के रूप में प्रतिष्ठित करने के प्रयासों की दृष्टि से वह लघुकथा के अग्रणी एवं वरिष्ठ पुरोधाओं में शामिल रहे हैं। लघुकथा के क्षेत्र में उन्होंने लघुकथा-लेखन एवं दिशापरक आलेखों- दोनों ही तरह से योगदान किया है। युगल जी अनेकों प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन से भी सम्बद्ध रहे हैं और उन्होंने पत्रकारिता में भी उल्लेखनीय योगदान किया है। आपकी प्रकाशित कृतियों में द्विधा, तीर्थयात्रा, अतिक्रमण (उपन्यास); प्रेत और छाया, पथराये चेहरे, धुएं के बीच, समय शेष (कहानी संग्रह); किरचें, जब द्रोपदी नंगी नहीं हुई, फूलों वाली दूब, गर्म रेत, पड़ाव से आगे (लघुकथा संगह); दक्षिणा, लैम्पपोस्ट, गोदना (नाटक); उच्छ्वास, एक यात्रांत के लिए (कविता संग्रह); विमर्श, हिन्दी की ओर (निबन्ध संग्रह) आदि शामिल हैं।
सम्मान : अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा मानद उपाधियों तथा अलंकरणों से सम्मानित एवं पुरस्कृत।
सम्पर्क : मोहीउद्दीन नगर, समस्तीपुर-848501 (बिहार)
फोन : 06278-226807 / मोबाइल : 09631361689
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जनवरी-मार्च 2012 अंक में तीन लघुकथाएं- सत्ता, सिविक सेंस एवं टूटते मिथक।
ब्लाग संस्करण : मार्च 2012 अंक में लघुकथा ‘सिरफिरा’।
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