पारस दासोत
जन्म : 14 अगस्त 1945।
शिक्षा : भूगोल में स्नाकोत्तर एवं विधि स्नातक।
लेखन/योगदान/प्रकाशन : सुप्रसिद्ध लघुकथाकार दासोत जी उन साहित्यकारों में से एक हैं जिनका लेखन मुख्यतः लघुकथा पर ही केन्द्रित रहा है। दासोत जी मूलतः प्रयोगधर्मी लघुकथाकार हैं। दासोत जी राष्ट्रीय स्तर के चित्रकार भी हैं। आपकी बहुत सारी प्रदर्शनी भी लगी हैं। ‘एक और अभिमन्यु’, ‘प्रयोग’, ‘तेरी मेरी उसकी बात’, ‘मेरी मानवेतर लघुकथायें’ आदि सहित आपके लगभग एक दर्जन लघुकथा संग्रह प्रकाशित हुए हैं। दासोत जी की लघुकथाओं एवं व्यक्तित्व पर आधारित स्नातकोत्तर स्तर के पांच लघुशोधों के अलावा पी-एच.डी. स्तर पर भी (जो सूचनानुसार लघुकथा का पहला शोध है) एक शोध हुआ है। नेट पर www.parasdasot.com पर उपलब्ध।
सम्मान : ‘लघुकथा महोपाध्याय’ की मानद उपाधि सहित साहित्य एवं कला दोनों क्षेत्रों में योगदान हेतु लगभग डेढ़ दर्जन सम्मान।
सम्प्रति : कला एवं लेखन को समर्पित।
सम्पर्क : प्लॉट नं.129, गली नं.9 (बी), मोतीनगर, क्वींस रोड, वैशाली, जयपुर-301021 (राज.)
फोन : 09413687579
वेबसाइट : www.parasdasot.com
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
जन्म : 14 अगस्त 1945।
शिक्षा : भूगोल में स्नाकोत्तर एवं विधि स्नातक।
लेखन/योगदान/प्रकाशन : सुप्रसिद्ध लघुकथाकार दासोत जी उन साहित्यकारों में से एक हैं जिनका लेखन मुख्यतः लघुकथा पर ही केन्द्रित रहा है। दासोत जी मूलतः प्रयोगधर्मी लघुकथाकार हैं। दासोत जी राष्ट्रीय स्तर के चित्रकार भी हैं। आपकी बहुत सारी प्रदर्शनी भी लगी हैं। ‘एक और अभिमन्यु’, ‘प्रयोग’, ‘तेरी मेरी उसकी बात’, ‘मेरी मानवेतर लघुकथायें’ आदि सहित आपके लगभग एक दर्जन लघुकथा संग्रह प्रकाशित हुए हैं। दासोत जी की लघुकथाओं एवं व्यक्तित्व पर आधारित स्नातकोत्तर स्तर के पांच लघुशोधों के अलावा पी-एच.डी. स्तर पर भी (जो सूचनानुसार लघुकथा का पहला शोध है) एक शोध हुआ है। नेट पर www.parasdasot.com पर उपलब्ध।
सम्मान : ‘लघुकथा महोपाध्याय’ की मानद उपाधि सहित साहित्य एवं कला दोनों क्षेत्रों में योगदान हेतु लगभग डेढ़ दर्जन सम्मान।
सम्प्रति : कला एवं लेखन को समर्पित।
सम्पर्क : प्लॉट नं.129, गली नं.9 (बी), मोतीनगर, क्वींस रोड, वैशाली, जयपुर-301021 (राज.)
फोन : 09413687579
वेबसाइट : www.parasdasot.com
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मुद्रित प्रारूप : सितम्बर-दिसम्बर 2010 में चार लघुकथाएँ- दादी माँ, एक अकेला दर्द, मर्यादा पुरुष एवं घायल ठहाके।
दिसम्बर 2011 अंक में एक लघुकथा
दिसम्बर 2011 अंक में एक लघुकथा
ब्लॉग प्रारूप (अविराम विस्तारित) : अक्टूबर 2011 अंक में एक लघुकथा ‘अन्ना’
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
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