विक्रम सोनी
जन्म : 25.05.1943, बैकुन्ठपुर में।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : अग्रणी लघुकथाकार विक्रम सोनी ने लघुकथा लेखन और अपने समीक्षात्मक-समालोचनात्मक आलेखों के माध्यम से तो लघुकथा को स्थापित करने में योगदान किया ही, डा. सतीश दुबे जी (प्रं. सम्पा.) के साथ लघुकथा की समर्पित और पहली पत्रिका ‘लघु आघात’ के सम्पादन-प्रकाशन के माध्यम से जो बहुमूल्य योगदान किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। लघु आघात के माध्यम से न सिर्फ लघुकथा को दिशा मिली, अनेकों नये रचनाकारों का लघुकथा से जुड़ना भी सम्भव हो पाया और लघुकथा पर सकारात्मक चर्चा और चिन्तन को एक नियमित मंच भी उपलब्ध हुआ था। विक्रम सोनी जी लघुकथा के साथ कविता में भी सक्रिय रहे। लघुकथाओं के साथ उनकी विभिन्न विधाओं में अनेकों कविताएं भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं एवं संकलनों में प्रकाशित हुईं। उनके सम्पादन में प्रकाशित लघुकथा संग्रह ‘लावा’ और उसके बाद उनकी अपनी लघुकथाओं का संग्रह ‘उदाहरण’ काफी चर्चित रहे। वर्तमान में काफी समय से वह गम्भीर अस्वस्थता के चलते साहित्य-पटल पर सक्रिय नहीं हैं।
सम्मान : लघुकथा में उनके योगदान के लिए उन्हें प्रज्ञा पुरस्कार एवं स्व. भवानी प्रसाद स्मृति पुरस्कार सहित महत्वपूर्ण सम्मानों से सम्मानित भी किया गया।
सम्पर्क : बी-4, तृप्ति विहार, इन्दौर रोड, उज्जैन (म.प्र.)
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
जन्म : 25.05.1943, बैकुन्ठपुर में।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : अग्रणी लघुकथाकार विक्रम सोनी ने लघुकथा लेखन और अपने समीक्षात्मक-समालोचनात्मक आलेखों के माध्यम से तो लघुकथा को स्थापित करने में योगदान किया ही, डा. सतीश दुबे जी (प्रं. सम्पा.) के साथ लघुकथा की समर्पित और पहली पत्रिका ‘लघु आघात’ के सम्पादन-प्रकाशन के माध्यम से जो बहुमूल्य योगदान किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। लघु आघात के माध्यम से न सिर्फ लघुकथा को दिशा मिली, अनेकों नये रचनाकारों का लघुकथा से जुड़ना भी सम्भव हो पाया और लघुकथा पर सकारात्मक चर्चा और चिन्तन को एक नियमित मंच भी उपलब्ध हुआ था। विक्रम सोनी जी लघुकथा के साथ कविता में भी सक्रिय रहे। लघुकथाओं के साथ उनकी विभिन्न विधाओं में अनेकों कविताएं भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं एवं संकलनों में प्रकाशित हुईं। उनके सम्पादन में प्रकाशित लघुकथा संग्रह ‘लावा’ और उसके बाद उनकी अपनी लघुकथाओं का संग्रह ‘उदाहरण’ काफी चर्चित रहे। वर्तमान में काफी समय से वह गम्भीर अस्वस्थता के चलते साहित्य-पटल पर सक्रिय नहीं हैं।
सम्मान : लघुकथा में उनके योगदान के लिए उन्हें प्रज्ञा पुरस्कार एवं स्व. भवानी प्रसाद स्मृति पुरस्कार सहित महत्वपूर्ण सम्मानों से सम्मानित भी किया गया।
सम्पर्क : बी-4, तृप्ति विहार, इन्दौर रोड, उज्जैन (म.प्र.)
अविराम में आपकी रचनाओं का प्रकाशन
मुद्रित प्रारूप : सितम्बर 2011 अंक में तीन लघुकथाएँ- अजगर, अंतहीन सिलसिला एवं मूल्यान्तर
ब्लॉग प्रारूप (अविराम विस्तारित) : अभी नहीं
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
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