अविराम ब्लॉग संकलन : वर्ष : 5, अंक : 01-04, सितम्बर-दिसम्बर 2015
सामग्री : इस अंक में श्री श्याम सुन्दर अग्रवाल की बाल कथा एवं डॉ. यशोदा प्रसाद सेमल्टी की बाल कविता बाल चित्रकार स्तुति शर्मा एवं स्मिति गम्भीर के चित्रों के साथ।
श्याम सुन्दर अग्रवाल
मेहनत का मंत्र
स्कूल में एक जादूगर आया। उसने कहा कि वह एक मंत्र जानता है। मंत्र से वह कुछ भी कर सकता है। मंत्र पढ़कर उसने खाली हैट से सफेद कबूतर निकाला। एक रुपये के नोट को दस रुपये का बना दिया। पानी का दूध बना दिया।
जादूगर तमाशा दिखा चुका तो एक बच्चा उसके पास गया। बोला, ‘‘जादूगर अंकल, मुझे अपना मंत्र सिखा दो।’’
‘‘तुम क्या करोगे मंत्र सीखकर?’’ जादूगर ने पूछा।
‘‘परीक्षा में मेरे नंबर कम आते हैं। मंत्र से अपने नंबर बढ़ा लूंगा।’’
‘‘उसके पीछे खड़ा दूसरा लड़का बोला, ‘‘अंकल, मैंने तो भगवान को सवा रुपये का प्रसाद चढ़ाने को भी कहा था। फिर भी फेल हो गया। मुझे भी मंत्र सित्रा दो।’’
चित्र : स्तुति शर्मा |
जादूगर ने कहा, ‘‘बच्चो, ये मेहनत का मंत्र है। मैंने बहुत मेहनत कर अपने गुरु से ये सब खेल सीखे हैं। मेहनत और अभ्यास से इन्हें सफाई से करना सीख गया। जादू-वादू कुछ नहीं है। एक के दस कर सकता तो घर बैठकर ही रुपये बना लेता। तमाशा दिखाने का बच्चों से एक-एक रुपया क्यों लेता?’’
बच्चे हैरान थे। जादूगर बोला, ‘‘बच्चो, मन लगाकर मेहनत करो। मेहनत के मंत्र से तुम्हें सफलता जरूर मिलेगी।’’
बच्चों ने जादूगर की बात मान खूब मेहनत की। परीक्षा में दोनों को बहुत अच्छे अंक मिले।
- 575, गली नं.5, प्रतापनगर, पो.बा. नं. 44, कोटकपूरा-151204, पंजाब / मोबाइल : 09888536437
डॉ. यशोदा प्रसाद सेमल्टी
पानी है अनमोल
पानी है अनमोल हे बच्चो
पानी जीवन दानी है
पानी से पशु-पक्षी जीते
पेड़-पौधे पानी से।
पानी से ये बाग-बगीचे
फसल भी उगती पानी से
पानी से यह धरती श्यामल
हरी-भरी है पानी से।
पानी से ये नदियाँ बहतीं
चित्र : स्मिति गम्भीर |
झील-सरोवर पानी से
पानी से ये ताल-तलैया
झरने-झरते पानी से
पानी से ये बादल बनते
सागर बनते पानी से
पानी से पनचक्की चलती
बिजली बनती पानी से।
पानी है अमृत धरा का
पानी जग का जीवन है
पानी को बरबाद न करना
पानी की रक्षा करनी है।
- राजकीय इण्टर कॉलेज, कवां एटहाली, उत्तरकाशी (उत्तराखण्ड)
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