डॉ. राम निवास मानव
जन्म : 2 जुलाई 1954 को ग्राम तिगरा, जिला- महेन्द्रगढ (हरि.) में।
शिक्षा : हिन्दी में एम.ए., पी-एच.डी., डी.लिट.।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : अनेकों सम्मानों से विभूषित वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित साहित्यकार डा. मानव जी मूलतः कवि हैं लेकिन लघुकथा के क्षेत्र में भी आपका उल्लेखनीय योगदान सर्वविदित है। काव्य की सभी प्रमुख विधाओं कविता, गीत, ग़ज़ल, दोहा, हाइकु, त्रिपदी आदि में महत्वपूर्ण लेखन किया लेकिन दोहा, हाइकू और त्रिपदी में डा. मानव के योगदान की विशेष चर्चा होती है। आपकी महत्वपूर्ण रचनाओं का कई भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अब तक आपकी दो दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण एवं मौलिक एवं कई सम्पादित कृतियां प्रकाशित हो चुकी है। आपका हाइकु संग्रह ‘शेष बहुत कुछ’ को हरियाणा का प्रथम प्रकाशित हाइकु संग्रह माना जाता है। आपके 370 हाइकुओं का संस्कृत में अनुवाद एक संग्रह के रूप में प्रकाशित हुआ है। ‘बूंद-बूंद सागर’ के रूप में आपके हाइकुओं का देश-विदेश की अड़सठ भाषाओं/बोलियों (देवनागरी लिपि में) में अनुवाद भी प्रकाशित हुआ है। लब्ध-प्रतिष्ठित साहित्यकार मानव जी के पिता पं. मातादीन जी प्रमुख स्वतन्त्रता सेनानी थे। इन्टरनेट पर भी उपलब्ध।
सम्मान : साहित्यशिरोमणि, साहित्यमहोपाध्याय, साहित्यवाचस्पति, विद्यासागर (डी.लिट्.), विद्यावाचस्पति, हिन्दी भाषा-भूषण आदि उपाधियों से विभूषित मानव जी अनेकों सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।
सम्पर्क : ‘अनुकृति’, 706, सैक्टर-13, हिसार-125005 (हरि.)
दूरभाष : 01662-238720
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : सितम्बर 2011 अंक दस हाइकु।
ब्लाग संस्करण : अक्टूबर 2011 अंक में लघुकथा ‘चोट’।
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