अविराम ब्लॉग संकलन : वर्ष : 3, अंक : 11-12, जुलाई-अगस्त 2014
।।हाइकु।।
सामग्री : श्री राजेद्र परदेसी, श्री राजेन्द्र बहादुर सिंह ‘राजन’ व डॉ. रंजीत रविशैलम के हाइकु।
राजेन्द्र परदेसी
पाँच हाइकु
01.
पंख नोचती
बदन टटोलती
आदम भूख
02.
थरथराते
बाजों के चंगुल में
विवश पक्षी
03.
असत्य जीता
विश्वास को तोड़ता
ताल ठोंकता
04.
बेवश सभी
डगमगाती नाव
संभाले कौन
05.
मंजिल नहीं
उपजती हो जहाँ
ईर्ष्या की पौध
राजेन्द्र बहादुर सिंह ‘राजन’
पांच हाइकु
01.
क्या बतलाएं
संसद में खो गयीं
संवेदनाएं।
02.
जब भी होती
मूसलाधार वर्षा
झोंपड़ी रोती।
03.
घटा सुहानी
घुंघुरू बांध नाची
बरखा रानी।
04.
महात्मा वट
शीतल छाया देते
बिखेरे लट।
05.
मन कांपता
रावण अनगिन
राम लापता।
डॉ. रंजीत रविशैलम
चार हाइकु
01.
नोट खाकर
बाघ की हुई मृत्यु
भूखा मानव
02.
असीम भार
अगाध ममता से
जन्मा वर्तमान
03.
ढूँढ़ा सुराग
पुलिस कर्मियों ने
मधुशाला में
04.
तलाश करो
वह वीर सेनानी
गढ़ मूर्ति में
।।हाइकु।।
सामग्री : श्री राजेद्र परदेसी, श्री राजेन्द्र बहादुर सिंह ‘राजन’ व डॉ. रंजीत रविशैलम के हाइकु।
राजेन्द्र परदेसी
पाँच हाइकु
01.
पंख नोचती
बदन टटोलती
आदम भूख
02.
थरथराते
बाजों के चंगुल में
विवश पक्षी
03.
रेखा चित्र : राजेन्द्र परदेसी |
विश्वास को तोड़ता
ताल ठोंकता
04.
बेवश सभी
डगमगाती नाव
संभाले कौन
05.
मंजिल नहीं
उपजती हो जहाँ
ईर्ष्या की पौध
- 44, शिव विहार, फरीदी नगर, लखनऊ-226015 (उ.प्र.)
राजेन्द्र बहादुर सिंह ‘राजन’
पांच हाइकु
01.
क्या बतलाएं
संसद में खो गयीं
संवेदनाएं।
02.
जब भी होती
मूसलाधार वर्षा
झोंपड़ी रोती।
03.
घटा सुहानी
: उमेश महादोषी |
घुंघुरू बांध नाची
बरखा रानी।
04.
महात्मा वट
शीतल छाया देते
बिखेरे लट।
05.
मन कांपता
रावण अनगिन
राम लापता।
- ग्राम-फत्तेपुर, पोस्ट-बेनीकामा, जिला-रायबरेली-229402 (उ.प्र.) / मोबाइल : 08601551022
डॉ. रंजीत रविशैलम
चार हाइकु
01.
नोट खाकर
बाघ की हुई मृत्यु
भूखा मानव
02.
असीम भार
रेखा चित्र : डॉ. सुरेन्द्र वर्मा |
अगाध ममता से
जन्मा वर्तमान
03.
ढूँढ़ा सुराग
पुलिस कर्मियों ने
मधुशाला में
04.
तलाश करो
वह वीर सेनानी
गढ़ मूर्ति में
- रविशैलम, कट्टाचाकूझी (Kattachalkuzhi), पोस्ट-अट्टारमूला (Attaramoola), बलरामपुरम (Balarampuram), तिरुवनन्तपुरम (Thiruvananthpuram)-695501 / मोबाइल : 08281494226
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