अविराम ब्लॉग संकलन, वर्ष : 6, अंक : 01-04 , सितम्बर-दिसम्बर 2016
।।हाइकु ।।
डॉ. पुरुषोत्तम दुबे
हाइकु
01.
नदिया बहे
भँवर में न जाना
किनारा कहे।
02.
ओक से पीना
स्वाद खूब पानी का
पीकर जीना।
03.
पानी का रेला
बह निकला फिर
रेलम पेला।
रेखा चित्र : स्व. पारस दासोत |
04.
पानी माँगेगा
न खेल प्रकृति से
सूली टाँगेगा।
05.
पानी का रंग
मिला दो जिस रंग
उसके संग।
- ‘शशीपुष्प’, 74 जे/ए, स्कीम नं.71, इन्दौर-452009 (म.प्र.)/मोबा. 09407186940
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