।।कविता अनवरत।।
गौरैया
आज बड़े दिनों बाद
गौरैया मेरे आँगन में
चहचहाई है
मेरी बगिया के फूलों पर
छायाचित्र : उमेश महादोषी |
आसमान पर परिन्दों की कतारें
फड़फड़ाई हैं
सुबह के उगते सूर्य में
अजब सी लाली छाई है
यह सब देख लगता है मुझे
परदेस में पिया को
मेरी याद आई है।
- घुग्गर नाले, चाणक्यपुरी, पालमपुर-176061, जिला कागड़ा, हि.प्र./मो. 09418833589
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