नित्यानन्द गायेन
जन्म : 20 अगस्त 1981, शिखोरवाली, दक्षिण चौबीस परगना, प.बंगाल।
शिक्षा : बी.ए., एम.ए. मानवाधिकार,अंग्रेजी साहित्य,, मानवाधिकार पर स्वतन्त्र रूप से शोध कार्य जारी।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : मूलतः कवि एवं पत्रकार। 2001 से लेखन प्रारम्भ। दिल्ली से प्रकाशित ‘साझा मकसद’ में 2002 से 2004 तक संवाददाता के रूप में कार्य। फिर ‘कृषि-जागरण’ पत्रिका में विशेष संवाददाता तदोपरान्त सहायक संपादक। 2007 से 2009 तक हैदराबाद के ‘स्वतन्त्र वार्ता’, ‘डेली हिन्दी मिलाप’ तथा ‘मिलाप राजभाष पत्रिका’ में उप सम्पादक। भोपाल के ‘समर्थन सेन्टर फार डेवलपमेन्ट सपोर्ट’ में भी कुछ समय कार्य किया। कविता संग्रह ‘अपने हिस्से का प्रेम’ प्रकाशित कृति। गायेन जी की कविताओं में समकालीन सन्दर्भों से जुड़े प्रश्न तैरते दिखाई देते हैं और धधकती आग की चौहद्दी के बीच जीवन को जीने की छटपटाहट भी। अभी हाल ही में संकेत ने उनकी कविताओं पर केन्द्रित अंक निकालकर उनकी रचनाधर्मिता को रेखांकित किया है। अपने ब्लॉग http://merisamvedana.blogspot.com पर उपलब्ध।
सम्पर्क : 315, डोयेन्स कॉलोनी, शेरिलिंगम पल्ली, हैदराबाद-500019, आं.प्र.
फोन : 09030895116 / 09491870715
ई मेल : nityanand.gayen@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जनवरी-मार्च 2012 अंक में चार कविताएं- गोबरधन असमय नहीं मरता, राख हुए सपने, ऐसा क्यों एवं भगतसिंह कौन था।
ब्लॉग संस्करण : जनवरी 2012 अंक में चार क्षणिकाएं।
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
जन्म : 20 अगस्त 1981, शिखोरवाली, दक्षिण चौबीस परगना, प.बंगाल।
शिक्षा : बी.ए., एम.ए. मानवाधिकार,अंग्रेजी साहित्य,, मानवाधिकार पर स्वतन्त्र रूप से शोध कार्य जारी।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : मूलतः कवि एवं पत्रकार। 2001 से लेखन प्रारम्भ। दिल्ली से प्रकाशित ‘साझा मकसद’ में 2002 से 2004 तक संवाददाता के रूप में कार्य। फिर ‘कृषि-जागरण’ पत्रिका में विशेष संवाददाता तदोपरान्त सहायक संपादक। 2007 से 2009 तक हैदराबाद के ‘स्वतन्त्र वार्ता’, ‘डेली हिन्दी मिलाप’ तथा ‘मिलाप राजभाष पत्रिका’ में उप सम्पादक। भोपाल के ‘समर्थन सेन्टर फार डेवलपमेन्ट सपोर्ट’ में भी कुछ समय कार्य किया। कविता संग्रह ‘अपने हिस्से का प्रेम’ प्रकाशित कृति। गायेन जी की कविताओं में समकालीन सन्दर्भों से जुड़े प्रश्न तैरते दिखाई देते हैं और धधकती आग की चौहद्दी के बीच जीवन को जीने की छटपटाहट भी। अभी हाल ही में संकेत ने उनकी कविताओं पर केन्द्रित अंक निकालकर उनकी रचनाधर्मिता को रेखांकित किया है। अपने ब्लॉग http://merisamvedana.blogspot.com पर उपलब्ध।
सम्पर्क : 315, डोयेन्स कॉलोनी, शेरिलिंगम पल्ली, हैदराबाद-500019, आं.प्र.
फोन : 09030895116 / 09491870715
ई मेल : nityanand.gayen@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जनवरी-मार्च 2012 अंक में चार कविताएं- गोबरधन असमय नहीं मरता, राख हुए सपने, ऐसा क्यों एवं भगतसिंह कौन था।
ब्लॉग संस्करण : जनवरी 2012 अंक में चार क्षणिकाएं।
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
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