सुनील कुमार परीट
जन्म : 01.01.1959, कर्नाटक के बेलगाम जिले के चन्दूर गाँव में।
शिक्षा : एम.ए., एम.फिल., बी.एड., पी-एच.डी. हिन्दी में।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : कविता, गजल, आलेख, समीक्षा आदि विधाओं में लेखन। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित। कुछ काव्य संकलनों में भी परीट जी की कविताओं को स्थान मिला है। परीट जी कर्नाटक जैसे अहिन्दी भाषी राज्य में अपने लेखन के साथ कई अन्य प्रकार से भी राष्ट्रभाषा हिन्दी की सेवा कर रहे हैं। वहां छात्रों को राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रति सचेत करना, राष्ट्रभाषा हिन्दी में उच्च शिक्षा के प्रति जागृति पैदा करना, मित्रों व अन्य लोगों, विशेषतः छात्रों को पढ़वाने के उद्देश्य से अपने व्यव व प्रयासों से हिन्दी की पुस्तकें (अब तक वह लगभग पांच सौ पुस्तकें संग्रहीत कर चुके हैं।) एवं पत्र-पत्रिकाएं (वह करीब 20 पत्रिकाएं मंगा रहे हैं।) संग्रहीत करना और लोगों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना आदि जैसे कार्य उनके प्रयासों में शामिल हैं। कुछ समय पूर्व उन्होंने कर्नाटक में हिन्दी में भारतीय गो विज्ञान परीक्षा का आयोजन करवाया था। उन्होंने अपने अध्यापक मित्रों के साथ बेलगाम में हिन्दी संघ की रचना भी की है। हिन्दी में उनकी तीन पुस्तकें- ब्लैक मनी की व्हैट कविताएँ (कविता संग्रह), माँ और ईश्वर (कविता संग्रह) एवं मेरे लेख (आलेख संग्रह) प्रकाशनाधीन है।
सम्मान : हिन्दी अकादमी दिल्ली द्वारा भाषा रत्न सम्मान-2012, हिन्दी साहित्य गंगा संस्था, जलगाँव द्वारा ‘गंगा गौमुखी साहित्य गौरव-2012’, देहरादून से एन.एम.एफ.आई. एवार्ड-2011 आदि सहित कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
सम्प्रति : एक विद्यालय में हिन्दी के अध्यापक।
संपर्क : सरकारी माध्यमिक पाठशाला, लक्कुंडी-591102, तह- बैलहोंगल, जि- बेलगाम (कर्नाटक)
मोबाइल : 08867417505, 09480006858
ई मेल : sunilparit@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : अप्रैल-जून 2012 अंक में कविता- ‘ये पब्लिक है’।
जन्म : 01.01.1959, कर्नाटक के बेलगाम जिले के चन्दूर गाँव में।
शिक्षा : एम.ए., एम.फिल., बी.एड., पी-एच.डी. हिन्दी में।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : कविता, गजल, आलेख, समीक्षा आदि विधाओं में लेखन। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित। कुछ काव्य संकलनों में भी परीट जी की कविताओं को स्थान मिला है। परीट जी कर्नाटक जैसे अहिन्दी भाषी राज्य में अपने लेखन के साथ कई अन्य प्रकार से भी राष्ट्रभाषा हिन्दी की सेवा कर रहे हैं। वहां छात्रों को राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रति सचेत करना, राष्ट्रभाषा हिन्दी में उच्च शिक्षा के प्रति जागृति पैदा करना, मित्रों व अन्य लोगों, विशेषतः छात्रों को पढ़वाने के उद्देश्य से अपने व्यव व प्रयासों से हिन्दी की पुस्तकें (अब तक वह लगभग पांच सौ पुस्तकें संग्रहीत कर चुके हैं।) एवं पत्र-पत्रिकाएं (वह करीब 20 पत्रिकाएं मंगा रहे हैं।) संग्रहीत करना और लोगों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना आदि जैसे कार्य उनके प्रयासों में शामिल हैं। कुछ समय पूर्व उन्होंने कर्नाटक में हिन्दी में भारतीय गो विज्ञान परीक्षा का आयोजन करवाया था। उन्होंने अपने अध्यापक मित्रों के साथ बेलगाम में हिन्दी संघ की रचना भी की है। हिन्दी में उनकी तीन पुस्तकें- ब्लैक मनी की व्हैट कविताएँ (कविता संग्रह), माँ और ईश्वर (कविता संग्रह) एवं मेरे लेख (आलेख संग्रह) प्रकाशनाधीन है।
सम्मान : हिन्दी अकादमी दिल्ली द्वारा भाषा रत्न सम्मान-2012, हिन्दी साहित्य गंगा संस्था, जलगाँव द्वारा ‘गंगा गौमुखी साहित्य गौरव-2012’, देहरादून से एन.एम.एफ.आई. एवार्ड-2011 आदि सहित कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
सम्प्रति : एक विद्यालय में हिन्दी के अध्यापक।
संपर्क : सरकारी माध्यमिक पाठशाला, लक्कुंडी-591102, तह- बैलहोंगल, जि- बेलगाम (कर्नाटक)
मोबाइल : 08867417505, 09480006858
ई मेल : sunilparit@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : अप्रैल-जून 2012 अंक में कविता- ‘ये पब्लिक है’।
नोट : १. परिचय के शीर्षक के साथ दी गयी क्रम संख्या हमारे कंप्यूटर में संयोगवश आबंटित आपकी फाइल संख्या है. इसका और कोई अर्थ नहीं है।
२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
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