आपका परिचय

रविवार, 5 नवंबर 2017

अविराम विस्तारित

अविराम  ब्लॉग संकलन,  वर्ष  :  6,   अंक  :  11-12,  जुलाई-अगस्त  2017




।।हाइकु।।



वंदना सहाय







01.

तेरी ये आँखें
याद दिला जाती हैं
खिले मोगरे

02.


छायाचित्र : उमेश महादोषी 
सूख रहा है 
नदियों के साथ ही 
पानी आँखों का

03.

अम्माँ पोंछती
आज चश्मे की धूल
बच्चे आएँगे

  • फ्लैट नं-613, सुन्दरम-2, विंग-सी, मलाड ईस्ट, निकट टाइम्स ऑफ इण्डिया बिल्डिंग, मुम्बई-400097, महा. /मो. 09325887111 

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