सूर्यकान्त श्रीवास्तव
जन्म : 22.03.1940, ग्राम मलाजनी, जिला इटावा (उ.प्र.)।
शिक्षा : भूगोल, भारतीय दर्शन, प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व में स्नातकोत्तर उपाधि।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : काव्य की विभिन्न विधाओं एवं कहानी, लघुकथा आदि में लेखन। काव्य में कुछ नव-प्रयोग। स्वामी श्रद्धानन्द अनुसन्धान प्रकाशन केन्द्र, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार से प्रकाशित ‘क्लासिकल राइटिंग्स ऑन वैदिक एण्ड संस्कृत साहित्य’ का संपादन। कुछ पुस्तकों की भूमिका लिखी। पुरातत्ववेत्ता के रूप में 1976 से 1984 तक ‘रामायण कालीन पुरातत्व परियोजना’ से संबद्ध रहे। साहित्य व शोध, संस्कृति, शिक्षा आदि से संबन्धित कई संस्थाओं के साथ सम्बद्ध। इण्डियन आर्केलियोजिकल सोसाइटी, नई दिल्ली तथा इण्डियन सोसायटी फॉर प्रीहिस्टोरिक एण्ड क्वार्टनरी स्टडीज, पूना के आजीवन सदस्य।
संप्रति : पुरातत्व संग्रहालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार से सेवानिवृत्ति के बाद साहित्य एवं शोध को समर्पित।
संपर्क : ‘सूर्यछाया’ 5 बी-1(ए), विष्णुगार्डन, पो. गुरुकुल कांगड़ी-249404, हरिद्वार (उ.खंड)
मोबाइल : 09470371777
ई मेल : skshriv@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित प्रारूप : जुलाई-सितम्बर 2012 अंक में एक आलेख- ‘त्रिदल अभिव्यक्ति: एक सार्थक अभिव्यक्ति’।
ब्लॉग प्रारूप : दिसम्बर 2012 में लघुकथा ‘‘जी हाँ, मैं गीत बेचता हूँ’’।
जन्म : 22.03.1940, ग्राम मलाजनी, जिला इटावा (उ.प्र.)।
शिक्षा : भूगोल, भारतीय दर्शन, प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व में स्नातकोत्तर उपाधि।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : काव्य की विभिन्न विधाओं एवं कहानी, लघुकथा आदि में लेखन। काव्य में कुछ नव-प्रयोग। स्वामी श्रद्धानन्द अनुसन्धान प्रकाशन केन्द्र, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार से प्रकाशित ‘क्लासिकल राइटिंग्स ऑन वैदिक एण्ड संस्कृत साहित्य’ का संपादन। कुछ पुस्तकों की भूमिका लिखी। पुरातत्ववेत्ता के रूप में 1976 से 1984 तक ‘रामायण कालीन पुरातत्व परियोजना’ से संबद्ध रहे। साहित्य व शोध, संस्कृति, शिक्षा आदि से संबन्धित कई संस्थाओं के साथ सम्बद्ध। इण्डियन आर्केलियोजिकल सोसाइटी, नई दिल्ली तथा इण्डियन सोसायटी फॉर प्रीहिस्टोरिक एण्ड क्वार्टनरी स्टडीज, पूना के आजीवन सदस्य।
संप्रति : पुरातत्व संग्रहालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार से सेवानिवृत्ति के बाद साहित्य एवं शोध को समर्पित।
संपर्क : ‘सूर्यछाया’ 5 बी-1(ए), विष्णुगार्डन, पो. गुरुकुल कांगड़ी-249404, हरिद्वार (उ.खंड)
मोबाइल : 09470371777
ई मेल : skshriv@gmail.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित प्रारूप : जुलाई-सितम्बर 2012 अंक में एक आलेख- ‘त्रिदल अभिव्यक्ति: एक सार्थक अभिव्यक्ति’।
ब्लॉग प्रारूप : दिसम्बर 2012 में लघुकथा ‘‘जी हाँ, मैं गीत बेचता हूँ’’।
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