डॉ. शरद नारायण खरे
जन्म : 25.09.1961, ग्राम प्राणपुर, चन्देरी, जिला-अशोकनगर (म.प्र.)।
शिक्षा : एम.ए. (इतिहास), एल-एल.बी., पी-एच.डी.।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : काव्य की विभिन्न विधाओं, लघुकथा, निबन्ध, समीक्षा आदि विभिन्न विधाओं में लेखन। अनेक पत्र-पत्रिकाओं, संकलनों में रचनाएँ प्रकाशित। 50 से अधिक कृतियों के लिए प्राक्कथन-लेखन। अनेक विचार गोष्ठियों/सम्मेलनों में व्याख्यान। कवि सम्मेलनों में भी सक्रिय भागीदारी। अर्द्धवार्षिक पत्रिका ‘चित्रालोक’ का 1986 से सतत संपादन। मेधा व आस्था पत्रिकाओं के संपादन से संबद्ध। कुछ पुस्तकों का भी संपादन किया है। ‘चुभन’ (क्षणिका संग्रह), जीवन के फूल, विवेचना के स्वर, (लेख/निबन्ध संग्रह), शब्दों के स्वर, हक़ीक़त (कविता संग्रह), निर्झरिणी, भावांजलि (गीत संग्रह), दोहावली, दोहा दर्पण (दोहा संग्रह), आईना (ग़ज़ल संग्रह), कसक, टीस (लघुकथा संग्रह), ‘पं. द्वारका प्रसाद मिश्र का राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान’ (शोध प्रबन्ध), मुग़ल वज़ीर इतिमाद-उद-दौला (इतिहास संदर्भ ग्रन्थ) एवं संस्कृति के स्वर (सांस्कृतिक शोध कृति) आदि आपकी प्रकाशित कृतियां हैं। साहित्य के साथ इतिहास पाठ्यक्रमों की पुस्तकों का लेखन भी आपने किया है। अनेक संस्थाओं में पदाधिकारी।
सम्मान : ‘विवेचना के स्वर’ पुस्तक पर साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा रु.51000/- की राशि का ‘माखनलाल चतुर्वेदी अलंकरण’, म.प्र. लेखक संघ द्वारा ‘देवकीनंदन माहेश्वरी सम्मान’ सहित विभिन्न स्तरों के तीन सौ से अधिक सम्मान।
संप्रति : प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष: इतिहास, शासकीय महिला महाविद्यालय, मंडला-481661(म.प्र.)
संपर्क : आजाद वार्ड, चौक, मंडला-481661 (म.प्र.)।
दूरभाष : 07642-253060 / 09425484382
अविराम में प्रकाशन
ब्लॉग प्रारूप : अक्टूबर 2012 अंक में लघुकथा ‘लगाई-बुझाई’।
जन्म : 25.09.1961, ग्राम प्राणपुर, चन्देरी, जिला-अशोकनगर (म.प्र.)।
शिक्षा : एम.ए. (इतिहास), एल-एल.बी., पी-एच.डी.।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : काव्य की विभिन्न विधाओं, लघुकथा, निबन्ध, समीक्षा आदि विभिन्न विधाओं में लेखन। अनेक पत्र-पत्रिकाओं, संकलनों में रचनाएँ प्रकाशित। 50 से अधिक कृतियों के लिए प्राक्कथन-लेखन। अनेक विचार गोष्ठियों/सम्मेलनों में व्याख्यान। कवि सम्मेलनों में भी सक्रिय भागीदारी। अर्द्धवार्षिक पत्रिका ‘चित्रालोक’ का 1986 से सतत संपादन। मेधा व आस्था पत्रिकाओं के संपादन से संबद्ध। कुछ पुस्तकों का भी संपादन किया है। ‘चुभन’ (क्षणिका संग्रह), जीवन के फूल, विवेचना के स्वर, (लेख/निबन्ध संग्रह), शब्दों के स्वर, हक़ीक़त (कविता संग्रह), निर्झरिणी, भावांजलि (गीत संग्रह), दोहावली, दोहा दर्पण (दोहा संग्रह), आईना (ग़ज़ल संग्रह), कसक, टीस (लघुकथा संग्रह), ‘पं. द्वारका प्रसाद मिश्र का राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान’ (शोध प्रबन्ध), मुग़ल वज़ीर इतिमाद-उद-दौला (इतिहास संदर्भ ग्रन्थ) एवं संस्कृति के स्वर (सांस्कृतिक शोध कृति) आदि आपकी प्रकाशित कृतियां हैं। साहित्य के साथ इतिहास पाठ्यक्रमों की पुस्तकों का लेखन भी आपने किया है। अनेक संस्थाओं में पदाधिकारी।
सम्मान : ‘विवेचना के स्वर’ पुस्तक पर साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा रु.51000/- की राशि का ‘माखनलाल चतुर्वेदी अलंकरण’, म.प्र. लेखक संघ द्वारा ‘देवकीनंदन माहेश्वरी सम्मान’ सहित विभिन्न स्तरों के तीन सौ से अधिक सम्मान।
संप्रति : प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष: इतिहास, शासकीय महिला महाविद्यालय, मंडला-481661(म.प्र.)
संपर्क : आजाद वार्ड, चौक, मंडला-481661 (म.प्र.)।
दूरभाष : 07642-253060 / 09425484382
अविराम में प्रकाशन
ब्लॉग प्रारूप : अक्टूबर 2012 अंक में लघुकथा ‘लगाई-बुझाई’।
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