गिरीश पंकज
शिक्षा : एम.ए (हिंदी), पत्रकारिता (बी.जे.) में प्रावीण्य सूची में प्रथम, लोककला संगीत में डिप्लोमा।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : कवि, व्यंग्यकार एवं बाल साहित्यकार के रूप में प्रतिष्ठित। पैतीस सालों से साहित्य एवं पत्रकारिता में समान रूप से सक्रिय। साहित्य अकादेमी, दिल्ली के सदस्य एवं छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के प्रांतीय अध्यक्ष। मिठलबरा की आत्मकथा, माफिया, और पालीवुड की अप्सरा (व्यंग्य-उपन्यास); ईमानदारों की तलाश, भ्रष्टाचार विकास प्राधिकरण, ट्यूशन शरणम गच्छामि, मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएँ, मूर्ति की एडवांस बुकिंग, हिट होने के फार्मूले, नेता जी बाथरूम में, एवं ‘मंत्री को जुकाम’ (सभी व्यंग्य संग्रह), नवसाक्षरों के लिये चौदह पुस्तकें; बाल साहित्य की चार किताबें, एक हास्य चालीसा, दो ग़ज़ल संग्रह आपकी प्रकाशित कृतियां हैं। पाँच अन्य पुस्तकें यन्त्रस्थ। कर्णाटक एवं मध्यप्रदेश में दो लोग गिरीश पंकज के व्यंग्य-साहित्य पर पीएच.डी. कर रहे हैं। अमरीका, ब्रिटेन, त्रिनिदाद, मारीशस आदि लगभग दस देशो के प्रवास का अवसर मिला।
सम्प्रति : भारतीय एवं विश्व साहित्य के अनुवाद की मासिक पत्रिका ‘सद्भावना दर्पण’ का सम्पादन-प्रकाशन।
सम्पर्क : 31-नया पंचशील नगर, रायपुर. छत्तीसगढ़-492001
मोबाइल : 09425212720
ईमेल : girishpankaj1@gmail-com
ब्लॉग : http://sadbhawanadarpan.blogspot.com
अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जून 2011 अंक में पाँच हाइकु।
शिक्षा : एम.ए (हिंदी), पत्रकारिता (बी.जे.) में प्रावीण्य सूची में प्रथम, लोककला संगीत में डिप्लोमा।
लेखन/प्रकाशन/योगदान : कवि, व्यंग्यकार एवं बाल साहित्यकार के रूप में प्रतिष्ठित। पैतीस सालों से साहित्य एवं पत्रकारिता में समान रूप से सक्रिय। साहित्य अकादेमी, दिल्ली के सदस्य एवं छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के प्रांतीय अध्यक्ष। मिठलबरा की आत्मकथा, माफिया, और पालीवुड की अप्सरा (व्यंग्य-उपन्यास); ईमानदारों की तलाश, भ्रष्टाचार विकास प्राधिकरण, ट्यूशन शरणम गच्छामि, मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएँ, मूर्ति की एडवांस बुकिंग, हिट होने के फार्मूले, नेता जी बाथरूम में, एवं ‘मंत्री को जुकाम’ (सभी व्यंग्य संग्रह), नवसाक्षरों के लिये चौदह पुस्तकें; बाल साहित्य की चार किताबें, एक हास्य चालीसा, दो ग़ज़ल संग्रह आपकी प्रकाशित कृतियां हैं। पाँच अन्य पुस्तकें यन्त्रस्थ। कर्णाटक एवं मध्यप्रदेश में दो लोग गिरीश पंकज के व्यंग्य-साहित्य पर पीएच.डी. कर रहे हैं। अमरीका, ब्रिटेन, त्रिनिदाद, मारीशस आदि लगभग दस देशो के प्रवास का अवसर मिला।
सम्प्रति : भारतीय एवं विश्व साहित्य के अनुवाद की मासिक पत्रिका ‘सद्भावना दर्पण’ का सम्पादन-प्रकाशन।
सम्पर्क : 31-नया पंचशील नगर, रायपुर. छत्तीसगढ़-492001
मोबाइल : 09425212720
ईमेल : girishpankaj1@gmail-com
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अविराम में प्रकाशन
मुद्रित अंक : जून 2011 अंक में पाँच हाइकु।
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२. उपरोक्त परिचय हमें भेजे गए अथवा हमारे द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. किसी भी त्रुटि के लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं. त्रुटि के बारे में रचनाकार द्वारा हमें सूचित करने पर संशोधन कर दिया जायेगा। यदि रचनाकार अपने परिचय में कुछ अन्य सूचना शामिल करना चाहते हैं, तो इसी पोस्ट के साथ के टिपण्णी कॉलम में दर्ज कर सकते हैं। यदि किसी रचनाकार को अपने परिचय के इस प्रकाशन पर आपत्ति हो, तो हमें सूचित कर दें, हम आपका परिचय हटा देंगे।
dhanywad bhai, is nacheez ko aapne mahatv diyaa
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